West Bengal Election: पश्चिम बंगाल में आगामी स्थानीय निकाय और विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों पार्टियां तैयारियों में जुट गई है। रविवार (1 मार्च) को कोलकाता पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने ‘आर नोय अन्याय (अब और अन्याय नहीं)’ अभियान की शुरुआत की थी। इसके ठीक एक दिन बाद सोमवार (2 मार्च) को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बांग्लार गोर्बो ममता (बंगाल गौरव ममता) अभियान की शुरुआत की।
इस अभियान के तहत टीएमसी के 75 हजार कार्यकर्ताओं को 2.5 करोड़ लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान की समाप्ति 10 मई को होगी। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर सहित टीएमसी के सांसद, विधायक, नेता और कार्यकर्ता नेताजी इंडोर स्टेडियम में हुए इस कार्यक्रम के शुभारंभ में शामिल हुए।
इस मौके पर ममता बनर्जी ने कहा, “कार्यक्रम का उद्देश्य सभी स्तरों पर लोगों के साथ पार्टी के जुड़ाव को और मजबूत करना है। सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को ईमानदारी से अभियान में भाग लेना चाहिए।”
मुख्यमंत्री और पार्टी कार्यकर्ताओं ने राज्य भर में यात्रा करने की योजना बनाई है और इस बात पर प्रकाश डाला कि वह एकमात्र नेता हैं जो राज्य के विकास के लिए काम करने और सांप्रदायिक सद्भाव की रक्षा करने में सक्षम हैं। अभियान के माध्यम से ममता बनर्जी को वैसे “चीफ आर्किटेक्ट” के रूप में प्रोजेक्ट करना है जो बंगाली संस्कृति, गरिमा और गर्व को बहाल कर सकता है।
टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह एक संयोग है कि कार्यक्रम को अप्रैल में होने वाले संभावित चुनावों से पहले शुरू किया गया है। उन्होंने कहा, “हालांकि यह अभियान स्थानीय निकाय चुनावों से पहले शुरू किया गया है, लेकिन वास्तव में यह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए है।”
इस अभियान को प्रशांत किशोर की आई-पैक समूह ने मूर्त रूप दिया है। अभियान के तहत आम जनता की नजर में टीएमसी नेताओं की छवि अच्छी बनानी है। पैसे लेने के आरोप (कटमनी) से पार्टी की जो छवि प्रभावित प्रभावित हुई है, उसे दूर करना है। तीन-चरण में पूरा होने वाले ‘बांग्लार गोर्बो ममता’ अभियान का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों तक पहुंचना है।