पश्चिम बंगाल के सन्देशखाली (Sandeshkhali) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम पर शुक्रवार की सुबह हुए हमले पर राज्य के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, “यह एक भयानक घटना है। चिंताजनक और निंदनीय है। लोकतंत्र में बर्बरता और वहशीपन को रोकना एक सभ्य सरकार का कर्तव्य है। यदि कोई सरकार अपने मूल कर्तव्य में विफल रहती है, तो भारत का संविधान अपना रास्ता अपनाएगा। मैं उचित कार्रवाई के लिए अपने सभी संवैधानिक विकल्प सुरक्षित रखता हूं। इस चुनाव पूर्व हिंसा का शीघ्र अंत होना चाहिए, और यह उस अंत की शुरुआत है।”

TMC ने कहा- उकसाने का नतीजा; BJP बोली- बंगाल में लोकतंत्र फेल

घटना को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। टीएमसी का कहना है कि केंद्र की बीजेपी सरकार एजेंसियों के जरिए विपक्षी दलों के नेताओं के घरों में छापामारी कर उनको डराना-धमकाना चाहती है। सन्देशखाली की घटना भी उकसाने का नतीजा है। दूसरी तरफ बीजेपी का कहना है कि राज्य की ममता सरकार कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है और अराजकता चरम पर है। इससे वहां लोकतंत्र फेल हो चुका है।

ईडी की टीम राज्य के 24 परगना जिले में राशन घोटाले को लेकर टीएमसी नेता शाहजहां शेख के ठिकाने पर छापा मारने पहुंची थी। इसी दौरान करीब ढाई सौ से ज्यादा लोगों ने टीम को घेरकर हमला कर दिया।

कुणाल घोष ने कहा- बीजेपी के निर्देश पर एजेंसियां भड़का रही हैं

टीएमसी नेता कुणाल घोष (Kunal Ghosh) ने कहा, “सन्देशखाली में जो कुछ हुआ वो उकसावे का नतीजा था। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के निर्देश पर केंद्रीय एजेंसियां किसी न किसी टीएमसी नेता को परेशान करने, नकारात्मक बातें फैलाने और लोगों को भड़काने के लिए उनके घर जा रही हैं।” कुणाल घोष ने कहा, “हमें ऐसी जानकारी मिल रही है… बीजेपी ने सुवेंदु अधिकारी को चोर कहा था, लेकिन उनके आवास पर कोई छापामारी नहीं हुई, वे केवल टीएमसी नेताओं के आवास पर छापेमारी करते हैं…।”

बीजेपी अध्यक्ष बोले- ममता बनर्जी सरकार में यह होता रहेगा

टीएमसी पर हमला बोलते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “….जिस तरीके से आज सन्देशखाली में ईडी पर हमला हुआ वो दिखाता है कि बंगाल में रोहिंग्या घुसकर राज्य में कानून-व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं…ये सिर्फ ईडी के साथ नहीं बल्कि आने वाले समय में ऐसा बंगालियों के साथ भी होगा। ये सरकार रहेगी तो ऐसा होता रहेगा….।”

उधर, केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने कहा, “सन्देशखाली में जो हुआ उसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं…यह सिर्फ एक केंद्रीय एजेंसी ईडी की टीम पर हमला नहीं है, बल्कि पूरे संविधान पर हमला है….पश्चिम बंगाल में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। हम जांच करेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है। जब किसी राज्य में बार-बार ऐसी घटनाएं होती हैं तो इससे पता चलता है कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल हो रही है….।”

बीजेपी सांसद जगन्नाथ सरकार ने भी राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र बार-बार फेल हो रहा है, यही कारण है कि ईडी टीम पर हमला किया गया। देश के खिलाफ काम करने वाले संगठन ताकतवर होते जा रहे हैं। बम, पिस्तौल आदि की वसूली आए दिन हो रही है, लेकिन उनके खिलाफ कोई उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसलिए सरकार को हटाना और राज्य में आपातकाल घोषित करना महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा, “एक बार ऐसा हो जाने पर सब कुछ सुधर जाएगा और कोई भी ईडी टीम पर हमला करने की हिम्मत नहीं करेगा।”