पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में स्थिति स्थिर हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि दंगों पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस की ओर से गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। सोमवार दोपहर मुर्शिदाबाद के दो दिवसीय दौरे पर रवाना हुईं सीएम बनर्जी ने कहा कि वह पहले भी दौरा कर सकती थीं लेकिन उन्होंने स्थिति सामान्य होने तक इंतजार करना उचित समझा।

मुर्शिदाबाद जाने के लिए हेलीकॉप्टर पर सवार होने से पहले ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘मुझे बोस की गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं है। राज्यपाल का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। हम ईश्वर से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं।’’ इस बीच, सीएम बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर केंद्र सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सरकार के साथ है।’’

मुर्शिदाबाद में स्थिरता बहुत पहले ही लौट आयी- ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं मुर्शिदाबाद पहले भी जा सकती थी लेकिन अगर वहां शांति और स्थिरता नहीं है तो हमें वहां जाकर व्यवधान नहीं डालना चाहिए। मुर्शिदाबाद में स्थिरता बहुत पहले ही लौट आयी है। आज मैं वहां जा रही हूं।’’ मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि वह आज दिन में बरहामपुर में जिला समीक्षा बैठक करेंगी। सीएम बनर्जी ने कहा, ‘‘कल मैं हिंसा प्रभावित धुलियान का दौरा करूंगी और उन लोगों को मुआवजा दूंगी जिनके घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।’’

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ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें इसके साथ ही राज्य में अनुच्छेद 356 के संभावित क्रियान्वयन के बारे में राज्यपाल द्वारा उल्लेख किये जाने के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। बोस ने मुर्शिदाबाद जिले में हाल में हुए दंगों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें उल्लेख किया गया है कि कट्टरपंथ और उग्रवाद की दोहरी समस्या राज्य के लिए गंभीर चुनौती बन गई है।

मुर्शिदाबाद दंगों पर एलजी बोस ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी

एलजी बोस ने अपनी रिपोर्ट में कई उपाय सुझाए हैं, जिनमें एक जांच आयोग का गठन और बांग्लादेश की सीमा से लगे जिलों में केंद्रीय बलों की चौकियां स्थापित करना शामिल है। इसके अलावा उन्होंने लिखा, ‘‘यह कहने की जरूरत नहीं है कि संविधान के आर्टिकल 356 के तहत प्रावधान भी विकल्प बने रहेंगे।’’ संविधान के अनुच्छेद 356 के लागू होने का मतलब राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होना है।

राज्यपाल ने हिंसा के बाद किए जाने वाले कई उपाय सुझाए। इस हिंसा में एक व्यक्ति और उसके बेटे सहित कम से कम तीन लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। यह दंगा वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के बीच हुआ था। रिपोर्ट में राज्यपाल ने यह भी दावा किया कि दंगे पूर्वनियोजित प्रतीत होते हैं और राज्य सरकार मुर्शिदाबाद में कानून और व्यवस्था के लिए आसन्न खतरे से अवगत थी। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स

(इनपुट-भाषा)