किशोरी की कथित रूप से बलात्कार के बाद हत्या के मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर जिले में रविवार को प्रदर्शन हुए और भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग 31 को ब्लॉक कर दिया। साथ ही गुस्साए लोगों ने सरकारी बसों और पुलिस की गाड़ियों को आग लगा दी। प्रदर्शनकारी उस दौरान आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किशोरी रविवार सुबह सिलीगुड़ी के पास अपने गांव में स्थित घर से शौचालय जाने के लिए निकली थी, जिसके बाद उसको कथित रूप से अगवा कर लिया गया। वह कुछ घंटों के बाद मृत मिली।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़की 10वीं की छात्रा थी। परिवार को रविवार सुबह उसके लापता होने के बारे में पता चला। आनन-फानन उन्हें उसे खोजना शुरू किया, तो थोड़ी देर बाद उसकी लाश एक पेड़ के पास पड़ी मिली।

ग्रामीणों का आरोप है कि उसकी हत्या करने से पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया है। बताया गया कि घटनास्थल पर भीड़ के मुकाबले पुलिस कर्मचारियों की संख्या कम थी। इसके बाद रैपिड ऐक्शन फोर्स बुलाई गई। सूत्रों के अनुसार, इन जवानों के आते ही प्रदर्शनकारी उग्र हो गए थे। उन्होंने जवानों पर देसी बम फेंके थे।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस कर्मी अवरोध हटाने की कोशिश कर रहे थे तभी, उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम की तीन बसों को आग लगा दी गई। साथ में पुलिस की तीन गाड़ियों को भी फूंक दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि अवरोध और प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए रैपिड एक्शन बल समेत अतिरिक्त बल मौके पर बुलाया गया।