पश्चिम बंगाल में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। राज्य में पॉजिटिविटी रेट 30 फीसदी के पार हो गया है। इसके बावजूद पश्चिम बंगाल में लगने वाले प्रसिद्ध गंगा सागर मेले में भारी भीड़ उमड़ रही है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोलकाता हाईकोर्ट ने राज्य के चुनाव आयोग को निकाय चुनाव को थोड़े दिनों के लिए टालने को कहा है।
साल की शुरुआत से ही कोरोना के मामले राज्य में काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। बुधवार को राज्य का पॉजिटिविटी रेट 30 फीसदी से बढ़कर 32 फीसदी हो गया जबकि देश की पॉजिटिविटी रेट करीब 14 प्रतिशत ही है। पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के करीब 23467 नए मामले आए जिसमें से 6 हजार से अधिक मामले कोलकाता में दर्ज किए गए। बीते रविवार को पश्चिम बंगाल में करीब 24 हजार से भी अधिक मामले दर्ज किए गए जो अभी तक का सबसे सर्वाधिक था।
इसी बीच कोलकाता से करीब 130 किलोमीटर दूर सागर द्वीप पर लगने वाले गंगा सागर मेले में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इस मेले की कई तस्वीरें सामने आई जिसमें कोरोना फैलने का काफी ज्यादा ख़तरा दिख रहा है। कई तस्वीरों में लोग बिना मास्क पहने हुए भी दिखाई दिए। मेले में कोरोना प्रोटोकॉल का भी सही तरीके से पालन नहीं हो रहा है। हजारों लोग गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम पर डूबकी लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
पिछले दिनों कलकत्ता उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने 8 से 16 जनवरी तक वार्षिक मेले की अनुमति दी और आदेश दिया कि पूरे सागर द्वीप को एक अधिसूचित क्षेत्र घोषित किया जाए। पीठ ने मेले में कोविड मानदंडों के पालन की निगरानी के लिए दो सदस्यीय समिति का भी गठन किया है। साथ ही नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट वाले लोगों को ही उत्सव में भाग लेने की अनुमति दी गई है। हालांकि पिछले दिनों डॉक्टरों के एक समूह ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिका दायर मेले की अनुमति नहीं देने की मांग की थी।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने राज्य चुनाव आयोग को पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर निकाय चुनाव को चार से छह सप्ताह के लिए स्थगित करने की संभावनाएं तलाशने के लिए भी कहा है। मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति अजय कुमार मुखर्जी की पीठ ने 13 जनवरी के अपने आदेश में कहा कि राज्य चुनाव आयोग इस संबंध में 48 घंटे के भीतर निर्णय ले ।