पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच टकराव बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जगदीप धनखड़ पर हमला बोलते हुए कहा कि उनका नाम हवाल केस में भी शामिल था। ममता के इन आरोपों पर जगदीप धनखड़ ने कहा कि इतनी सीनीयर नेता से ऐसे बयानों की उम्मीद नहीं थी।

सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ एक भ्रष्टाचारी हैं और उनका नाम हवाला जैन केस में भी शामिल था। उन्होंने कोर्ट में जाकर अपने नाम को हटवाया। लेकिन उनके नाम अभी भी एक याचिका अदालत में लंबित है। इसलिए ऐसे व्यक्ति को कैसे राज्यपाल बनाया जा सकता है। 

इसके अलावा ममता ने कहा कि अगर केंद्र सरकार को इस केस के बारे में नहीं पता है तो वे हवाला जैन चार्जशीट को निकालें और देखें कि उनका नाम शामिल था या नहीं। आगे ममता ने कहा कि पहले उन्होंने कोर्ट को मैनेज किया फिर बाद में एक और केस हुआ जिसमें अभी तक फैसला नहीं आया है। इस दौरान ममता ने यह भी कहा कि वह राज्यपाल जगदीप धनखड़ को हटाने के लिए केंद्र सरकार को तीन बार पत्र लिख चुकी हैं।

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी ममता के इन आरोपों का जवाब दिया। धनखड़ ने कहा कि आपके राज्यपाल को चार्जशीट नहीं किया गया है। ऐसा कोई डाक्यूमेंट नहीं है। यह गलत सूचना है। एक वरिष्ठ नेत्री से इस तरह की उम्मीद नहीं थी कि वे सनसनी फैलाने के लिए गलत जानकारी  देंगी और गलत तरीके से प्रस्तुत करेंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने हवाला चार्जशीट में किसी कोर्ट से स्टे नहीं लिया है क्योंकि यह था ही नहीं।

इसके अलावा जगदीप राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि तृणमूल नेता यशवंत सिन्हा का नाम हवाला केस की चार्जशीट में था इसलिए ममता बनर्जी को उनसे चर्चा करनी चाहिए। क्या उनको जनादेश इन बातों के लिए मिला है कि सभी संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट किया जाए। इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती। जगदीप धनखड़ ने यह भी कहा “मैं किसी भी हाल में झुकने वाला नहीं हूं। चाहे कुछ भी हो जाए, मैं झुकूंगा नहीं। मैं पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करने के लिए जो कर सकता हूं वह सब कुछ करूंगा। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब दोनों के बीच इस तरह की तीखी बयानबाजी हुई हो। पिछले दिनों हुए मीटिंग विवाद को लेकर भी दोनों के बीच आरोप प्रत्यारोप का लंबा दौर चला था।