पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद भीड़ द्वारा अपने दो सहकर्मियों पर हमले के मद्देनजर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इस वजह से आपातकालीन वार्ड, ओपीडी सेवाएं, पैथोलॉजिकल इकाइयां प्रभावित है। भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने घटना के खिलाफ तथा हड़ताली डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए शुक्रवार को ‘अखिल भारतीय विरोध दिवस’ घोषित किया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समझाने के बावजूद डॉक्टर नहीं मान रहे हैं। ममता बनर्जी के भतीजे अबेश बनर्जी भी इस हड़ताल का हिस्सा बने हैं। वहीं, टीएमसी मेयर की चिकित्सक बेटी ने भी सीएम ममता के खिलाफ फेसबुक पोस्ट लिखा है।
सीएम ममता के भतीजे अबेस बनर्जी कोलकाता के केपीसी मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल के छात्र हैं। हड़ताल के चौथे दिन शुक्रवार को वे भी डॉक्टरों के प्रदर्शन में शामिल हो गए। उन्होंने अपने हाथ में एक पोस्टर लेकर विरोध जताया। पोस्टर में लिखा है, ‘आप कहते हैं कि हम भगवान हैं। आप हमारे साथ कुत्तों जैसा सलूक क्यों करते हैं?’
वहीं, दूसरी ओर कोलकाता के टीएमसी मेयर फिरहाद हकीम की चिकित्सक बेटी शब्बा हकीम ने एक फेसबुक पोस्ट कर लिखा कि कार्यस्थल पर सुरक्षा और शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार डॉक्टरों के पास है। उन्होंने लिखा, ‘एक टीएमसी समर्थक होने के नाते अपने नेताओं की चुप्पी मैं शर्मिंदा हूं। कृप्या सरकार से सवाल करें कि अस्पताल में तैनात पुलिस अधिकार डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए क्यों नहीं कुछ करते हैं? जब 2 ट्रकों पर सवार होकर गुंडे आते हैं तो उन्हें तत्काल क्यों नहीं वापस भेजा जाता है? गुंडे अस्पताल के आसपास क्यों घूम रहे हैं और डॉक्टरों की पिटाई कर रहे हैं? सीपीएम के साथ मिलकर भाजपा हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर रही है। भाजपा अध्यक्ष अपने समर्थकों को सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए बढ़ावा दे रहे हैं और फेसबुक पर प्रोपगेंडा चल रहे हैं।’
इस बीच एनआरएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रधानाचार्य साइबल मुखर्जी तथा चिकित्सा अधीक्षक एवं उप प्रधानाचार्य प्रो सौरभ चटोपाध्याय ने संस्थान के संकट से निपटने में विफल रहने की वजह से इस्तीफा दे दिया है। विपक्ष ने गतिरोध के लिए बनर्जी पर हमला किया है और भाजपा ने उनपर ‘हिटलर’ की तरह काम करने का आरोप लगाया। बता दें कि सीएम ममता के पास ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का भी प्रभार है।