पश्चिम बंगाल में ‘कटमनी’ की वजह से ममता बनर्जी सरकार सवालों के घेरे में है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी इसके लपेटे में आ गई है। पश्चिम बंगाल से बीजेपी के पांच कार्यकर्ताओं पर 10 लाख रुपए की वसूली का आरोप लगा है।
बीरभूम जिले के इलम बाजार के व्यापारी उत्तम मंडल से ‘कटमनी’ की मांग करने के आरोप में इन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। बीजेपी नेतृत्व ने इन आरोपों को मनगढ़ंत बताया है। बीजेपी ने कहा कि कार्यकर्ता अजोय नदी से अवैध रूप से रेत को इकट्ठा करने का विरोध कर रहे थे। हालांकि व्यापारी ने सरकार से रेत खनन की अनुमित ली हुई है।
गिरफ्तार लोगों में भाजपा बीरभूम इकाई के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शंभूनाथ मंडल, जीबन कुमार घोष, आशीष घोष, रंजीत बैराग्य और निखिल बैराग्य शामिल हैं। उन्हें बुधवार को बोलपुर की एक अदालत में पेश किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। राज्य सरकार की तरफ से पेश वकील फिरोज पाल ने कहा, ‘पांच लोगों को धमकी देने और जबरन वसूली का प्रयास करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।’
इलम बाजार में एक भाजपा नेता शिबदास घरुई ने कहा ‘बीरभूम के जयदेव और इलम बाजार क्षेत्रों में कई रेत खदानें हैं। कुछ लोग अवैध रूप से ज्यादा रेत इकट्ठा करने के लिए टीएमसी नेताओं से अपनी नजदीकियों का फायदा उठा रहे हैं। हमारे लोगों ने इसका विरोध किया।’
वहीं उत्तम मंडल ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें धमकी दी और रेत ले जा रहे एक वाहन को रोका और 10 लाख रुपये की मांग की।’ टीएमसी नेता फजलुल रहमान ने कहा ‘बीरभूम के कई हिस्सों में भाजपा कार्यकर्ता जबरन वसूली में शामिल हैं। बीजेपी की सच्चाई सबके सामने आ गई है।’ बता दें कि कटमनी वह रकम है जो सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर लाभार्थियों से तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता लेते आ रहे हैं।

