Rahul Gandhi: गौतम अडानी पर दिए गए राहुल गांधी के बयान को लेकर पिछले काफी समय से बवाल जारी है। कांग्रेस ने राहुल गांधी के भाषण के वीडियो के YouTube व्यूज का मामला उठाया है। पिछले दिनों इसे लेकर यूट्यूब को पत्र भी लिखा है। गया था। पार्टी ने संदेह जाहिर किया है कि वीडियो के व्यूज को दबाया गया है। कहा जा रहा है कि इस मामले में यूट्यूब ने भी जांच करने की बात कही है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने उठाया है। उन्होंने 11 मार्च को यूट्यूब सीईओ नील मोहन को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था, ‘राहुल गांधी ने भारत की संसद और खास अपने यूट्यूब चैनल के जरिए सत्तारूढ़ सरकार के साथ कारोबारी गौतम अडानी की दोस्ती का मुद्दा उठाया था।’
क्या है मामला
कांग्रेस ने इस महीने की शुरुआत में YouTube को लिखा था कि उसे संदेह है कि अडानी पर राहुल के दो वीडियो के दर्शकों की संख्या (व्यूअरशिप) को दबा दिया गया था। गूगल के वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब ने कांग्रेस से कहा है कि वह पार्टी नेता राहुल गांधी के इस दावे पर गौर कर रही है कि उद्योगपति गौतम अडानी पर उनके वीडियो पर व्यूज समान यूजर एंगेजमेंट वाले उनके अन्य वीडियो की तुलना में काफी कम हैं।
सैम पित्रोदा ने तर्क दिया था कि राहुल की सोशल मीडिया टीम को यह थोड़ा अजीब लगता है। उन्होंने YouTube के अपने डेटा और एनालिटिक्स का उपयोग यह दिखाने के लिए किया है कि अडानी के वीडियो के दर्शकों की संख्या को शायद अनजाने में या एल्गोरिथम से दबाया जा रहा है। पित्रोदा ने कहा कि पार्टी के डेटा एनालिटिक्स विभाग ने अडानी और राहुल के भारत जोड़ो यात्रा के अन्य वीडियो और संसद और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हाल के भाषणों के वीडियो के दर्शकों के डेटा की तुलना की गई।
पार्टी ने इसे ‘एल्गोरिद्मिक सप्रेशन’ का मामला बताया है। साथ ही कांग्रेस ने प्रेजेंटेशन में कहा कि अधिकांश लोग यूट्यूब के ब्राउज फीचर के जरिए वीडियोज देखते हैं, जहां यूट्यूब होमपेज वीडियोज और सजेस्टेड वीडियोज दिखाता है। पार्टी का कहना है कि राहुल गांधी के चैनल पर ब्राउज फीचर 9 फरवरी से ही धीमी है। उन्होंने कहा, ‘यूट्यूब एल्गोरिदम ने राहुल गांधी के वीडियोज के लिए ब्राउज फीचर को दबा दिया है।’