Weather Forecast: मकर संक्रांति (Makar Sankranti) से देश के ज्यादातर इलाकों में धूप निकलने से लोगों को काफी राहत पहुंची है। हफ्तों बाद लोगों को सूरज के दर्शन हुए हैं। हालांकि, अभी भी सर्द हवाओं (Cold Waves) के कारण काफी ठंड है और अभी आने वाले 2-3 दिनों में भी लोगों को इसका सामना करना पडे़गा। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि 18 जनवरी तक उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। इस दौरान, भीषण सर्द हवाएं (Intense Cold Waves) चलने की भी आशंका है। मौसम विभाग का कहना है कि ये स्थिति तब तक बनी रहेगी, जब तक कि पश्चिमी विक्षोभ कुछ राहत नहीं देता, जिसमें गुरुवार तक राहत का अनुमान है।
तापमान में आएगी 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट
मौसम विभाग ने कहा कि 17 जनवरी तक उत्तरी और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में लगभग 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। वहीं, 18 से 20 जनवरी के दौरान तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि आएगी।
रविवार को जारी आईएमडी के बुलेटिन के अनुसार, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 18 जनवरी की रात को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। इससे जम्मू -कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश या बर्फबारी हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ एक अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय मौसम प्रणाली है जो भूमध्य सागर में उत्पन्न होती है और इससे भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भागों में बारिश या बर्फबारी होती है।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूपी में अगले 5 दिनों में घने कोहरे की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर भारत के कुछ इलाकों में अगले पांच दिनों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। इनमें पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से शामिल हैं। आईएमडी के अनुसार, सोमवार(16 जनवरी, 2023) को दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान 18 और 3 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 4.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इस बीच, हरियाणा और पंजाब में कल कड़ाके की ठंड का प्रकोप जारी रहा। पंजाब के फरीदकोट में तापमान शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में पारा 6.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चंडीगढ़ में कड़ाके की ठंड और कोहरे को देखते हुए आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए शीतकालीन अवकाश बढ़ा दिया गया है। गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों एवं कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भी रविवार को शीत लहर की स्थिति देखी गई।