IMD Weather Updates: मौसम विभाग (Meteorological Department) ने पूर्वानुमान जताया है कि नए साल पर पूरा उत्तर भारत (North India) शीतलहर (Cold Wave) की चपेट में होगा। विभाग का दावा है कि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण एकाएक पारे में यह गिरावट दर्ज की जाएगी। इस कारण साल के पहले दिन से ही दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में कड़ाके की ठंड (Severe Cold) का असर देखने को मिलेगा। चार जनवरी तक दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता। शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 23.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजधानी में ठंड (Cold) से जल्द राहत नहीं
मौसम वैज्ञानिकों का पूर्वानुमान है कि शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में घना कोहरा हो सकता है। दिल्ली में 15 दिन में पहली बार शुक्रवार को न्यूनतम तापमान दहाई अंक तक पहुंच गया, लेकिन यह राहत जल्द ही खत्म होने का अनुमान जताया गया है। राजधानी में गुरुवार को न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस, बुधवार को 6.3 डिग्री सेल्सियस, मंगलवार को 5.6 डिग्री और सोमवार को पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
साल के अंतिम दिन रहेगी शीतलहर की स्थिति
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के साथ ही नए साल की पूर्व संध्या पर दिल्ली के कुछ हिस्सों में शीत लहर और तेज ठंड की स्थिति बन सकती है तथा जनवरी की शुरुआत में ठंड और तेज होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार को पारा छह डिग्री सेल्सियस और सोमवार (2 जनवरी) तक चार डिग्री सेल्सियस तक गिरने की उम्मीद। एक से 4 जनवरी तक दिल्ली के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाने और शीतलहर चलने का अनुमान है।

एक ठंडा दिन वह होता है, जिसमें न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस कम या इसके बराबर, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है। वहीं, अत्यधिक ठंडा दिन वह होता है, जिसमें अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक कम दर्ज किया जाता है।
रेलवे के मुताबिक दिल्ली आने वाली 20 ट्रेनों में देरी हुई है जबकि तीन के समय में बदलाव किया गया है। आइएमडी के अनुसार, ‘बहुत घना’ कोहरा तब होता है जब दृश्यता 0 और 50 मीटर के बीच होती है, 51 और 200 मीटर ‘घना’, 201 और 500 मीटर ‘मध्यम’ और 501 और 1,000 मीटर ‘उथला’ कोहरा होता है।
मैदानी इलाकों में यदि न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या फिर 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो जाता है, तो मौसम विभाग शीत लहर की घोषणा करता है। वहीं, गंभीर शीतलहर का दौर तब माना जाता है, जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या सामान्य तापमान से इसका अंतर 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है।
