Bihar, Mumbai, UP, Punjab, Haryana Rains, Weather Forecast Today News Updates : मौसम विभाग ने बिहार में 2-3 घंटे बाद भारी बारिश होने का अनुमान जाहिर किया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस दौरान कई इलाकों में बिजली भी गिर सकती है। बता दें कि बिहार,असम और मेघालय में बाढ़ का प्रकोप गुरुवार को भी जारी रहा और मृतकों संख्या बढ़कर 100 से अधिक हो गई। मौसम विज्ञान विभाग ने केरल के तीन जिलों में अत्यंत भारी बारिश के कारण आगामी तीन दिन के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। उत्तर और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में बारिश हुई।
घग्गर नदी का बांध टूटने के कारण पंजाब के संगरूर जिले में सेना को बुलाया गया। इसकी वजह से 2000 एकड़ कृषि भूमि डूब गई और बाढ़ के खतरे के डर से नजदीकी गांवों के लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए। दिल्ली में रातभर हुई बारिश के कारण गुरुवार सुबह न्यूनतम तापमान मौसम के औसत से तीन डिग्री सेल्सियस कम 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश के कारण प्रदूषण स्तर में भी कमी आई। सुबह हुई बारिश ने कई रास्तों पर यातायात की गति धीमी कर दी। कुछ निचले इलाकों में जलभराव की खबरें मिली हैं।
सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 12.1 मिमी. बारिश हुई। पालम, आयानगर, रिज और लोधी रोड वेधशालाओं ने क्रमश: 61 मिमी, 38.8 मिमी, 18.2 मिमी और 18 मिमी बारिश दर्ज की। आर्द्रता का स्तर सुबह साढ़े आठ बजे तक 93 प्रतिशत दर्ज किया। बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 45 लाख 40 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है।
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असम में बाढ़ का सबसे अधिक प्रभाव बारपेटा जिले में हुआ है, जहां 13.48 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा पूरे राज्य में चार हजार घरों को नुकसान हुआ है। 130 मवेशी बह गए हैं और छोटे बड़े 25 लाख से अधिक पशु प्रभावित हुए हैं। 23 लाख कुक्कुट पालन पक्षी भी प्रभावित हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि 2.26 लाख से अधिक विस्थापितों ने जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए 1,080 राहत शिविरों और 689 राहत वितरण केन्द्रों में शरण लिए हुए हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के शाम के बुलेटिन के अनुसार, धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, सोनितपुर, दरांग, उदालगिरी, बक्सा, बारपेटा, नलबाड़ी, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुब्री समेत 28 जिलों में 53,52,107 लोग प्रभावित हुए हैं। एएसडीएमए ने बताया कि गुरुवार को नौ और लोगों की मौत की खबर मिली है। इनमें से तीन लोगों की मौत मोरीगांव, दो की विश्वनाथ और एक-एक व्यक्ति की मौत सोनितपुर, उदालगिरी, बोंगाईगांव और बारपेटा जिलों में हुई।
असम में बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है और करीब 54 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। राज्य के 33 में से 28 जिले अब भी भीषण बाढ़ की चपेट में हैं, हालांकि शिवसागर में जलस्तर में कुछ कमी आई है।काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य पानी में डूबे हुए हैं और ब्रह्मपुत्र तथा इसकी सहायक नदियां गुवाहाटी समेत कई स्थानों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
बाढ़ प्रभावित इन 12 जिलों में कुल 130 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जहां एक लाख 13 हजार से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं और उनके भोजन की व्यवस्था के लिए 1119 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही हैं। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 26 टीमें तैनात की गई हैं तथा 125 मोटरबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है।
केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार की कई नदियां - गंडक, बूढी गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी - विभिन्न स्थानों पर आज सुबह खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं।
आपदा प्रबंधन विभाग से बुधवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार के 12 जिलों शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार में अब तक 78 लोगों की मौत हुई है, जबकि 45 लाख 40 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। बिहार में सीतामढ़ी में 18, मधुबनी में 14, अररिया में 12, शिवहर एवं दरभंगा 9-9, पूर्णिया में 7, किशनगंज में 4 और सुपौल में 3 मौतें हुई हैं।