हिमाचल प्रदेश में बारिश से हुई भारी तबाही के बीच कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई। सात लोगों की मौत शिमला में एक मंदिर के मलबे में दबकर हुई। बारिश की कुछ जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिसके चलते कई मुख्य सड़कें बंद हो गईं और कई घर ढह गए। शिमला के समर हिल इलाके में शिव मंदिर के मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका है। सावन का महीना होने के कारण हादसे के वक्त मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। शिमला में दो जगह भूस्खलन हुआ है और मंदिर के पास हुआ भूस्खलन उनमें से एक है। शिमला में भारी बारिश हो रही है। राज्य के आपात अभियान केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद कर दी गयी हैं। मौसम कार्यालय ने सोमवार को कुल्लू, किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर राज्य के 12 में से नौ जिलों में अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान जताया है और मंगलवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। देश और दुनिया की तमाम बढ़ी खबरों के लिए पढ़ें जनसत्ता.कॉम।
हिमाचल प्रदेश IMD के डॉयरेक्टर बुई लाल ने कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य में कई जगहों पर बारिश हुई। राज्य में 15 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। जिन जगहों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, उनमें चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सोलन, शिमला, सिरमौर और हमीरपुर शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश में आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद कर दी गयी हैं। सोलन जिले के जादोन गांव में बादल फटने से रविवार रात को एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गयी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिले में बादल फटने के बाद दो मकान बह गए। हादसे में छह लोगों को बचा लिया गया जबकि सात अन्य की मौत हो गयी।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और भूस्खलन से लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, "हिमाचल प्रदेश के सोलन में बादल फटने और शिमला के समरहिल में शिव मंदिर में भारी भूस्खलन के कारण कई लोगों की मौत की दुखद खबर मिली। भगवान दिवंगत आत्माओं को शांति दें। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।" घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने और लापता लोगों के सुरक्षित स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
उत्तराखंड में भारी बारिश से कई इलाकों में खासी समस्याएं खड़ी हो गई हैं। ऋषिकेश के एक टनल में 100 के करीब मजदूरों के फंसे होने की खबर भी सामने आ रही है।
भारी बारिश के कारण ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर और शीशम झाड़ी समेत कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। ऋषिकेश के पास के ग्रामीण इलाकों में बाढ़ आ गई है और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है। ऋषिकेश के ग्रामीण इलाकों में बंगला नाला, सौंग और सुसवा नदियाँ भी उफान पर हैं।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राजीव बिंदल से बात की है और बादल फटने और भूस्खलन से हुए नुकसान की जानकारी ली है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश को हर तरह से पूरा सहयोग देने की बात कही है।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला शिमला में भूस्खलन घटना स्थल पर पहुंचे, जहां 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा,"एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना बचाव अभियान चलाने और लोगों की जान बचाने के लिए मौके पर मौजूद हैं....मैंने मंडी में अपना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिया है, हमारी प्रथिमिकता लोगों की जान बचाना है।"
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में भूस्खलन की घटना और राज्य में भारी बारिश से हुई तबाही पर कहा "20-25 लोग यहां (समर हिल, शिमला) मलबे में फंसे हुए हैं। राज्य में पिछले 24 घंटों में 21 लोगों की मौत हो गई है। मैं लोगों से घर के अंदर रहने, नदियों और भूस्खलन-संभावित क्षेत्रों के पास न जाने की अपील करता हूं। बहाली का काम बारिश रुकते ही शुरू हो जाएगा।
शिमला का समर हिल क्षेत्र भूस्खलन की चपेट में, कुछ लोगों के मरने की आशंका, फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए ऑपरेशन जारी। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और राज्य मंत्री विक्रमादित्य सिंह मौके पर मौजूद हैं।
शिमला शहर के बोइउलेउगंज इलाके में एक बड़े भूस्खलन में 20-25 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। यह हादसा सोमवार की सुबह हुआ जब शिव मंदिर में दर्शन करने के लिए भीड़ उमड़ी थी।
उत्तराखंड के देहरादून में लगातार बारिश के कारण एक कॉलेज की इमारत ढह गई।