तपती गर्मी से कई सालों का रिकॉर्ड टूट चुका है, उत्तर भारत पूरी तरह हीटवेव की चपेट में चल रहा है। आलम ये है कि राजधानी दिल्ली में पारा 50 डिग्री एकदम करीब पहुंच गया है, राजस्थान के चुरू में तो हाफ सेंचुरी पूरी हो चुकी है, यूपी के कई दूसरे इलाकों में भी 45 डिग्री से ज्यादा वाला टॉर्चर लोगों को सहन करना पड़ रहा है। अब उत्तर भारत में तो लूह और हीटवेव का कहर है, लेकिन असम में कई जिलों में बाढ़ से हालात खराब हो गए हैं।

पूर्वोत्तर में भारी बारिश का अनुमान

ये हैरानी की बात है कि इस समय एक तरफ उत्तर भारत हीट वेव झेल रहा है, दूसरी तरफ पूर्वोत्तर के कई इलाकों में झमाझम बारिश से हालात विस्फोटक हो गए हैं। असल में पश्चिम बंगाल में चक्रवात तूफान रेमल की वजह से पूरे पूर्वोत्तर में मौसम का मिजाज बदला है। उसी कड़ी में असम के कई जिलों में पिछले दो दिनों से लगातार तगड़ी बारिश देखने को मिल रही है। हालात ऐसे चल रहे हैं कि राहतकर्मियों को स्टैंड बाय पर रहने के लिए कह दिया गया है।

अभी तक असम में भारी बारिश की वजह से चार लोगों की मौत हो चुकी है, 18 से ज्यादा जख्मी बताए जा रहे हैं, कई घर भी बहे हैं। नगांव, होजाई, वेस्ट कार्बी आंगलोंग, गोलाघाट, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज में आने वाले दिनों में भी मौसम खराब रहने की संभावना है, इन इलाकों में और ज्यादा बारिश होती दिख सकती है।

मिजोरम में लैंडस्लाइड से हालात खराब

इस समय बड़ी बात ये है कि पूर्वोत्तर के राज्य मिजोरम में भी भारी बारिश ने कई जगहों पर लैंडस्लाइड करवा दी है। उस लैंडस्लाइड में 28 लोगों की मौत हो चुकी है, आने वाले दिनों के लिए अनुमान है कि मौसम ऐसा ही रहने वाला है, यानी कि बारिश से राहत नहीं मिलेगी। पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों को लेकर भी भारी बारिश का अनुमान है, कई जगह इस समय अलर्ट भी चल रहा है।

दिल्ली में गर्मी के टूटे रिकॉर्ड

अब ये हालत तो पूर्वोत्तर के राज्यों के हैं, लेकिन अगर उत्तर भारत की ओर चला जाए तो वहां इससे उलट भीषण गर्मी से लोग बेहाल हो चुके हैं। राजधानी दिल्ली में कई जगहों पर तापमान 50 डिग्री के पास पहुंच चुका है। इस समय मुंगेशपुर और नरेला में सबसे ज्यादा 49.9 डिग्री तापमान देखने को मिला है, वही नजफगढ़ में तापमान 49.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। इसी तरह राजधानी के मानक केंद्र माने जाने वाले सफदरगंज में 45.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा है। दिल्ली के ही आयानगर में तो 51 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है।

पहाड़ों पर भी हीटवेव!

अब मैदानी इलाकों में तो गर्मी का कहर है ही, इसके अलावा पहाड़ी इलाकों में भी गर्म हवाओं ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस समय जम्मू-कश्मीर के जम्मू संभाग में 43 डिग्री से ज्यादा तापमान पहुंच चुका है, वहां तो स्कूलों में छुट्टी तक घोषित कर दी गई है। हिमाचल के ऊना में तो पारा 44 डिग्री के पार चला गया है। राजस्थान के चुरू में भी 50 डिग्री के पार तापमान जा चुका है। गंगानर में 49.4, पिलानी और झुंझुनू में 49, बीकानेर में 48.3, कोटा में 48.2 टेंपरेचर दर्ज किया जा रहा है।