Cyclone Vayu, Weather forecast Today, Monsoon LIVE News Updates: बुधवार (12 जून 2019) को आंधी और बूंदाबांदी से मौसम का मिजाज बदल गया। बिहार में कई इलाकों में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया है। बिहार के कई जिलों में आंधी के साथ बारिश हुई है। वहीं उत्तर प्रदेश और दिल्ली में इस तरह का नजारा देखने को मिला। वहीं चक्रवाती तूफान ‘वायु’ के गुजरात पहुंचने से पहले राजस्थान में भी बारिश से मौसम का मिजाज बदल गया है। उधर, अरब सागर में उठे तूफान वायु के कारण मुंबई में भी तेज बारिश हुई।
चक्रवात वायु के गुजरात के तटील इलाकों में पहुंचने से पहले पश्चिमी रेलवे ने ऐहतियातन 30 और ट्रेनों को रद्द कर दिया है। अबतक कुल 70 ट्रेनें रद्द की जा चुकी हैं। पश्चिम रेलवे ने विशेष राहत ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। ऐसी दो विशेष ट्रेनें राजकोट डिवीजन से एक ट्रेन भावनगर डिवीजन से चलना निर्धारित किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान गुरुवार (13 जून 2019) को गुजरात से टकराएगा। इस दौरान इसकी रफ्तार 170 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
मौसम विभाग ने कच्छ, जामनगर, जूनागढ़, द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर और सोमनाथ के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। यहां के 500 से ज्यादा गांव खाली करा लिए गए हैं। स्थिति से निपटने के लिए सेना तैनात कर दी गई है।
अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पोरबंदर, दिऊ, कांडला, मुंड्रा और भावनगर के लिए कल की सभी उड़ाने रद्द कर दी गई है।
चक्रवाती तूफान 'वायु' का सर्वाधिक असर गुजरात के तटीय इलाकों में होना बताया जा रहा है लेकिन इसके गुजरात पहुंचने से पहले राजस्थान में बारिश से मौसम का मिजाज बदल गया है। जयपुर में आई बरसात ने गर्मी को कुछ हद तक कम कर दिया। शहर व आस-पास के इलाकों में करीब आधा घंटा हल्की बरसात हुई। इससे तापमान में गिरावट आई।
तूफान पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि गृह मंत्रालय केंद्रीय एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में है। शाह ने ट्वीट किया 'चक्रवाती तूफान 'वायु' के गुजरात के तटीय इलाकों पोरबंदर और दीव से टकराने की उम्मीद है। गृह मंत्रालय राज्य सरकार, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय एजेंसियों के साथ निरंतर संपर्क में है। एनडीआरएफ की 52 टीमें तैनात हैं जो कि नौकाओं, पेड़ काटने वाली और दूरसंचार उपकरणों आदि से सुसज्जित है।'
शाह ने ट्वीट किया 'भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना, थल सेना और वायु सेना की इकाइयों को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है। हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर लगातार हवाई निगरानी कर रहे हैं।'
गुजरात में 'वायु' के लगातार सक्रिय होने से दिल्ली में भी इसका हल्का असर दिखने लगा है। देश की राजधानी में धूल भरी आंधी चली। बता दें कि इस तूफान का असर महाराष्ट्र में दिखने लगा है। वहीं मुंबई और पड़ोस के कुछ तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलीं और कई जगह पेड़ उखड़कर गिर चुके हैं।
चक्रवाती तूफान 'वायु' का सर्वाधिक असर गुजरात के तटीय इलाकों में होना बताया जा रहा है लेकिन इसके गुजरात पहुंचने से पहले राजस्थान में बारिश से मौसम का मिजाज बदल गया है। जयपुर में आई बरसात ने गर्मी को कुछ हद तक कम कर दिया। शहर व आस-पास के इलाकों में करीब आधा घंटा हल्की बरसात हुई। इससे तापमान में गिरावट आई।
विभाग के मुताबिक तूफान फिलहाल गुजरात के वेरावल से 280 किमी और पोरबंदर से 360 किमी दूर है। इसके साथ ही विभाग ने जानकारी दी है कि तूफान द्वारका और वेरावल के बीच 155-165 किमी की रफ्तार से गुजरेगा। वहीं गुजरात के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का कहना है कि तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित 10 इलाकों से अब तक 1,64,090 लोगों को निकाला चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जानकारी दी है कि केंद्र सरकार इस विपरीत परिस्थितियों से पैदा हुए मौजूदा हालातों पर लगातार नजर बनाए हुई है। पीएम ने ट्वीट किया 'केंद्र सरकार गुजरात और भारत के अन्य हिस्सों में चक्रवाती तूफान 'वायु' के कारण उत्पन्न हुई स्थितियों की बारीकी से निगरानी कर रही है। मैं लगातार राज्य सरकारों के संपर्क में हूं। एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियां हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा 'चक्रवात वायु से प्रभावित लोगों की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना करता हूं। सरकार और स्थानीय एजेंसियां समय-समय पर सभी जानाकारियों उपलब्ध करवा रही है।'
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को एकबार फिर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर तूफान से निपटने के लिए किए इंतजाम पर चर्चा की। बैठक में चक्रवात के राहत कार्यों से जुड़ी तैयारियों पर भी चर्चा की। इससे पहले सीएम ने मंगलवार को भी अधिकारियों संग बैठक की थी जिसमें उन्होंने कई अहम फैसले लिए थे।
मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात की गंभीर स्थिति को अद्यतन करते हुए कहा है कि चक्रवात पड़ोसी राज्य गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों की ओर लगातार बढ़ रहा है।
अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पोरबंदर, दिऊ, कांडला, मुंड्रा और भावनगर के लिए कल की सभी उड़ाने रद्द कर दी गई है।
चक्रवात ‘वायु’ के ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ में बदल जाने के कारण महाराष्ट्र में मुंबई और पड़ोस के कुछ तटीय इलाकों में बुधवार सुबह तेज हवाएं चलीं। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात की गंभीर स्थिति को अद्यतन करते हुए कहा है कि चक्रवात पड़ोसी राज्य गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों की ओर लगातार बढ़ रहा है।
आईएमडी ने कहा, ‘‘चक्रवात वायु बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। इसके कारण बृहस्पतिवार सुबह 145 से 170 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलेगी।’’ भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी तट पर रह रहे लोगों को एहतियाती तौर पर निकालने में आईएएफ की मदद करने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें गुजरात पहुंचनी शुरू हो गई है।
भीषण तूफान 'वायु' के संभावित खतरे के चलते कांडला पोर्ट अस्थाई रूप से बंद किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक वायु तूफान गुरुवार (13 मई, 2019) को गुजरात के तटीय इलाकों में दस्तक दे सकता है। सुरक्षा के चलते पोर्ट के करीब रहने वाले लोगों और मछुआरों के एनडीआरएफ की टीमों द्वारा सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
तूफान 'वायु' के संभावित खतरे के चलते भारतीय तटरक्षक दल (ICG) ने डिजास्टर रिलीफ टीमों का गठन किया है। और तत्काल मदद के लिए दमन, दहानू मुंबई, दहानू मुंबई, मुरुदजीरा, रत्नागिरि, गोवा कारवार, मंगलौर, बेयपोर, विजिंजम और कोच्चि को सूचना दी।
भारतीय मौसम विभाग (मुंबई) के एक अधिकारी ने बताया कि 12 और 13 जून को महाराष्ट्र के तट के साथ-साथ में समुद्र में भयंकर बवंडर मचने की आशंका है। इसलिए इस दौरान समुद्री तटों पर विशेष ध्यान देने की जररुत होगी। मछुआरों को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि तेज हवाओं के कारण पेड़ गिरने की घटनाएं भी हो सकती है। इसके अलावा हवा में उड़ान भरने वाले विमानों को लेकर भी चेतावनी जारी की गई।
मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक, सुदूर समुद्र में हवा के कम दबाव का क्षेत्र तेजी से बनने के कारण ‘वायु’ के 13 जून को गुजरात के तटवर्ती पोरबंदर और कच्छ क्षेत्र में पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने इसके मद्देनजर सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में 13 और 14 जून को भारी बारिश होने तथा 110 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है। स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर गुजरात सरकार ने भी ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है।
एक तरफ जहां देशभर में भीषण गर्मी का कहर जारी है। वहीं हिमाचल प्रदेश के मैकलॉड में भारी बारिश हुई है। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक मैकलॉड के नड्डी गांव में आज सुबह खूब बारिश हुई।
केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय होने के बीच राज्य में कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई। भारी बारिश से तटीय क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए और घर क्षतिग्रस्त हुए। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि एर्नाकुलम जिले के पीरावम में सर्वाधिक 14 सेंटीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा, अलपुझा, चेरथला और नेदुमांगद में 11-11 सेंटीमीटर बारिश हुई। आईएमडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राज्य में एक या दो स्थानों पर 16 जून की सुबह तक भारी बारिश (7-11 सेंटीमीटर) होने की बहुत संभावना है।
बादल छाने और तेज हवा चलने से मंगलवार को राजस्थान के कुछ हिस्सों में लोगों को तेज गर्मी से आंशिक राहत मिली। राज्य के ज्यादातर हिस्से में दिन का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार बीते चौबीस घंटे के दौरान राज्य के पूर्वी हिस्सों में एक दो स्थानों पर बादल गरजे और बौछार हुई। पश्चिमी राजस्थान में अधिकांश भाग में गर्मी का दौर जारी है। राजधानी जयपुर में दोपहर बाद बादल छाया रहा। आंधी के साथ आई बौछारों से अधिकतम तापमान लगभग तीन डिग्री नीचे आ गया और लोगों को गर्मी से आंशिक राहत मिली। जयपुर में अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री रहा।
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अब तक का सर्वाधिक 48 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। मौसम विभाग में उत्तर क्षेत्र की पूर्वानुमान इकाई के प्रमुख वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि अगले कुछ घंटों में दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों के तापमान में मंगलवार से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जाएगी।
उत्तरप्रदेश के झांसी में हाल के हफ्ते में काफी तेज गर्मी पड़ रही है। मंगलवार को यहां का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब और हरियाणा के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के हिसार और पंजाब के पटियाला में तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस मापा गया। भिवानी में तापमान 45.3 डिग्री जबकि करनाल और नारनौल में 44 डिग्री सेल्सियस तापमान मापा गया। चंडीगढ़ का तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक है।
तूफान के चलते तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। साथ ही बंदरगाहों को खतरे के संकेत और सूचना जारी करने को कहा गया है। खबर के मुताबिक चक्रवात के दौरान कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गीर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिलों के तटीय क्षेत्र में एक से डेढ़ मीटर ऊंची समुद्री लहरें उठने की आशंका है। उल्लेखनीय है कि बीती मई में चक्रवात ‘फानी’ ने ओडिशा तट पर तबाही मचाई थी। इसमें लगभग 60 लोगों की मौत हुई थी।
बीच गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए संबद्ध विभागों की उच्च स्तरीय बैठक की। विभाग ने अगले 12 घंटों में चक्रवात के और अधिक गंभीर रूप धारण करने की आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर की ओर बढ़ता ‘वायु’ 13 जून को सुबह गुजरात के तटीय इलाकों में पोरबंदर से महुवा, वेरावल और दीव क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इसकी गति 115 से 130 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। इसके बाद तूफानी हवाओं की गति धीरे धीरे मंद पड़ना शुरु हो जायेगी।
मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, सुदूर समुद्र में हवा के कम दबाव का क्षेत्र तेजी से बनने के कारण ‘वायु’ के 13 जून को गुजरात के तटवर्ती पोरबंदर और कच्छ क्षेत्र में पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने इसके मद्देनजर सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में 13 और 14 जून को भारी बारिश होने तथा 110 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है। स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर गुजरात सरकार ने भी ‘हाई अलर्ट’ जारी करते हुए सौराष्ट्र और कच्छ इलाकों में मंगलवार को सुबह तूफान की आशंका वाले तटीय इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों को तैनात किया है।