Weather Forecast News Update 13 July 2022: देश के लगभग सभी राज्यों में को मॉनसून हिट कर चुका है। देश की राजधानी दिल्ली में पीछले तीन दिनों से कभी हल्की तो कभी तेज बारिश हो रही है। एनसीआर में भी सुबह से हल्की बारिश हुई है। दिल्ली एनसीआर में जहां बारिश ने मौसम को सुहावना बनाया है वहीं महाराष्ट्र, गुजरात, असम, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अमरनाथ में बारिश कहर बनकर टूटी है। महाराष्ट्र और गुजरात में तो हालात बद से बदतर हो गए हैं। पूरे देश में बारिश ने तबाही मचा रखी है कहीं ज्यादा तो कहीं नहीं हो रही बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में बारिश की वजह से 6 बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हो गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि आज दोपहर एक बजे तक मुंबई, कल्याण, ठाणे और नवी मुंबई में बहुत तेज बारिश होने की संभावना है, वहीं वसई में बारिश की वजह से एक की मौत हो गई है, जबकि पुणे में रेड अलर्ट जारी हो चुका है। उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन की वजह से बद्रीनाथ मार्ग बंद कर दिया गया है। हिमाचल प्रदेश के मनाली में भारी बारिश के चलते बस स्टैंड ही बह गया। इसके पहले मंगलवार को भारी बारिश के चलते गुजरात में कई जगहों पर रेलवे ट्रैक तक बह गए थे। जिसकी वजह से वहां ट्रेनों का संचालन भी बंद हो गया था। गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में राहत एवं बचाव दल के जवान भी तैनात किए गए थे। गुजरात में बारिश इतनी ज्यादा हुई कि राजकोट के सरकारी अस्पताल में पानी घुस गया था।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में बारिश से 5 की मौत
महाराष्ट्र में कई जिलों में बारिश और जलभराव की वजह से पिछले 24 घंटों में 5 मौते हुईं इसके साथ ही महाराष्ट्र में बारिश से मरने वालों की संख्या बढ़कर 89 हो गई। मुंबई और आस-पास के इलाकों में मंगलवार से हो रही बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भर गया है। मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल का परिचालन प्रभावित हो गया है। सड़कों पर पानी भरने की वजह से गड्ढों में पानी भर गया है जिसकी वजह से रोड एक्सीडेंट के खतरे बढ़ गए हैं। वहीं बात गुजरात की करें तो वहां भी बारिश ने बुरा हाल कर रखा है। गुजरात के कई स्थानों पर राहत एवं बचाव दल और एनडीआरएफ की तैनाती भी की गई है। वहीं बात राजस्थान की करें तो वहां पर राज्य के कुछ ही हिस्सों में बारिश हुई है। पूरे राज्य में सबसे ज्यादा आठ सेंटीमीटर बारिश माउंट आबू और प्रतापगढ़ में हुई।
जानिए मध्य प्रदेश में बारिश का हाल, 3 छात्रों की मौत
मध्य प्रदेश के कई जिलों में मौसम के अलग-अलग रूप देखने को मिले हैं। जहां कुछ जिलों में भारी बारिश हुई है तो वहीं कुछ जिलों में अभी भी लोगों को बारिश का इंतजार है। मध्य प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से 3 स्कूली छात्रों की मौत हो गई है। ये घटना आगर मालवा जिले के सोयतखुर्द की है जहां चार अन्य गंभीर रूप से झुलस गये हैं। वहीं भारी बारिश की वजह से पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
जानिए उत्तर प्रदेश के मौसम का हाल
उत्तर प्रदेश में भी बारिश का हाल कुछ-कुछ मध्य प्रदेश जैसा ही है यहां भी कुछ जिलों में बारिश तो कुछ जिलों में सूखा दिखाई दे रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार को जमकर पानी बरसा जिससे लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली। वहीं दूसरी तरफ बुंदेलखंड, अवध और पूर्वांचल क्षेत्रों में बारिश नहीं होने की वजह से किसानों की फसलों पर प्रभाव पड़ रहा है। किसान बारिश नहीं होने की वजह से अपनी खरीफ की फसलों की बुआई नहीं कर पा रहे हैं। मौसम विभाग ने बताया,’फिलहाल उत्तर प्रदेश में अभी एक सप्ताह तक मॉनसूनी बारिश के आसार नहीं नजर आ रहे हैं।
गुजरात में स्टेट इमरजेंसी के हालात
गुजरात पिछले दो- तीन दिनों से जमकर बारिश हो रही है पिछले 24 घंटे के दौरान बारिश की वजह से 6 लोगों की मौत हो गई। जी न्यूज के मुताबिक राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि गुजरात में बाढ़ प्रभावित इलाकों से कुल 27,896 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। इनमें से 18,225 अब भी शरणार्थी कैंप में हैं और बाकी अपने घरों को लौट गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक दक्षिण गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश जारी है जबकि सौराष्ट्र क्षेत्र के कच्छ तथा राजकोट के कुछ इलाकों में सोमावार की रात से ही भारी बारिश जारी है। ‘स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर’ (SEOC) के मुताबिक कच्छ के अंजार तालुका में मंगलवार सुबह छह बजे से छह घंटे में 167 मिमी बारिश हुई है