Weather forecast HIGHLIGHTS: दिल्ली एनसीआर में उमस भरी गर्मी से लोग परेशान है। राजधानी और इसके आसपास के इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस है लेकिन आर्द्रता का स्तर 47-82 फीसदी तक बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार और शनिवार को बारिश के आसार हैं। विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में सक्रिय हुए एक और पश्चिमी विक्षोभ के चलते शुक्रवार को दिल्ली एनसीआर के मौसम का मिजाज बदलेगा, जिसके कारण बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं। महाराष्ट्र में मानसून ने लैंडफॉल कर लिया है अगले 48 घंटे में यह राज्य के सभी इलाकों तक पहुंच जाएगा। इस दौरान कई इलाकोें में बारिश के आसार हैं। मुंबई मौसम वैज्ञानिक सुभागिनी भूते ने इस बात की जानकारी दी।
बिहार में भी बारिश के आसार: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटे में पूर्वी बिहार और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ जगह पर भारी बारिश के आसार हैं। इससे पहले मौसम विभाग ने शनिवार-रविवार के लिए मुंबई में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अगले 48 घंटे में महाराष्ट्र के कुछ अन्य हिस्सों में भी भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान जताया। मौसम विभाग के मुंबई केंद्र के उप महानिदेशक के एस होसलीकर ने कहा ‘‘दक्षिण पश्चिम मानसून महाराष्ट्र पहुंच गया है। यह हरनई (तटीय रत्नागिरि जिले में), सोलापुर (दक्षिण महाराष्ट्र में), रामागुंडम (तेलंगाना) और जगदलपुर (छत्तीसगढ़) के ऊपर से गुजर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों में इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। भारी वर्षा की चेतावनी जारी की जाती है।’’
उत्तर प्रदेश के कई जिलों को आज गर्मी से राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले तीन घंटे में यूपी के बिजनौर, पीलीभीत, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर और इससे लगे इलाकों में तूफान के साथ बारिश हो सकती है। गौरतलब है कि दो दिन पहले भी इनमें से कई इलाकों में तेज वर्षा हुई थी।
मौसम विभाग ने कहा कि शनिवार को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 41 डिग्री सेल्सियस और 30 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है। मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा है कि क्षेत्र में 15 जून तक लू चलने की संभावना नहीं है।
दिल्ली के पड़ोस में स्थित उत्तर प्रदेश के बड़े हिस्से में भी भीषण गर्मी दर्ज की गईं है।
उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में गर्मी में बढ़ोतरी हुई क्योंकि तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया। वहीं दक्षिण-पश्चिम मानसून आगे बढ़ा और पश्चिम बंगाल पहुँच गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि शनिवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कुछ स्थानों पर आंधी चलने और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को पारा 42 डिग्री सेल्सियस के पार कर गया। कुछ दिन पहले यहां आंधी और बारिश हुई थी।
बिहार को पार करने के बाद 15 जून के बाद मॉनसून का इंतजार पूर्वी उत्तर प्रदेश में शुरू होगा, जहां प्रयागराज, वाराणसी, बलिया, गोरखपुर, आजमगढ़, बहराइच, बस्ती और आसपास के क्षेत्रों में मॉनसून कभी भी दस्तक दे सकता है।
देश के कई कृषि प्रधान राज्यों में मॉनसून के आगमन के साथ खेती का काम आगे बढ़ेगा। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र क्षेत्र के साथ छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में किसानों को खेती का काम आगे बढ़ाने में आसानी होगी। मानसून के आने से किसानों में खुशी है।
12 जून को भी मॉनसून में अच्छी प्रगति देखी गई। यह मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में आगे बढ़ा है। तेलंगाना के सभी हिस्सों को मॉनसून ने अपना डेरा डाल दिया है। विदर्भ में भी मॉनसून पहुँच चुका है वहीं छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों में प्रगति करते हुए ओडिशा के अधिकांश हिस्सों को पार कर लिया है।
महाराष्ट्र में मानसून ने लैंडफॉल कर लिया है अगले 48 घंटे में यह राज्य के सभी इलाकों तक पहुंच जाएगा। इस दौरान कई इलाकोें में बारिश के आसार हैं। मुंबई मौसम वैज्ञानिक सुभागिनी भूते ने इस बात की जानकारी दी।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून शुक्रवार को पश्चिम बंगाल पहुंच गया और राज्य में मध्यम वर्षा हुई है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा के ऊपर हवा का कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मॉनसून का राज्य में आगमन हुआ। मौसम विभाग कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि कोलकाता में सुबह साढ़े आठ बजे से 38.4 मिमी वर्षा हुई, जबकि दक्षिण और उत्तर बंगाल के ज्यादातर जिलों में सुबह से हल्की से मध्यम वर्षा हुई है। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि अगले 24 घंटों में इसी तरह का मौसम रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटे में पूर्वी बिहार और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ जगह पर भारी बारिश के आसार है।
दक्षिण पश्चिम मानसून ने गोवा के बाद शुक्रवार देर रात दक्षिण एवं तटीय महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में दस्तक दे दी। अगले दो दिनों में इसके और आगे बढ़ने की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों में मानसून बिहार तक पहुंच सकता है। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में गहरा होता लो प्रेशर एरिया और पश्चिमी विक्षोभ पर नजर रखना जरूरी है। फिलहाल अगले 48 घंटों में बिहार में हल्की बारिश के आसार जताए गए हैं।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, नई दिल्ली ने बताया कि अगले 2 घंटों में सादुलपुर, लोहारू, नूंह, पलवल, औरंगाबाद, होडल, बरसाना और मैनपुरी के आसपास के क्षेत्रों में आंधी तूफान के साथ हल्की बारिश होगी।
राजस्थान में इस साल गर्मी के दौरान रिकॉर्ड तापमान दर्ज हुआ। चुरु में तो पारा 50 डिग्री तक पहुंच गया। हालांकि, राज्य में अब अच्छी मानसूनी बारिश का अनुमान है। अगर सब बेहतर रहा, तो जून के अंत तक मानसून राजस्थान पहुंच जाएगा। गौरतलब है कि मानसून अब तक गोवा और महाराष्ट्र तक पहुंच चुका है। अगले दो दिनों में यह गुजरात, मध्यप्रदेश और बिहार तक पहुंच जाएगा।
मौसम की जानकारी देने वाली वेबसाइट स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा, केरल, तटीय कर्नाटक, गंगीय पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की उम्मीद है। इसके अलावा आंतरिक मानसून पहुंचने से कर्नाटक, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बारिश के आसार हैं।
दक्षिण भारत के कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है। दरअसल दक्षिण भारत में मानसून दस्तक दे चुका है। अगले 48 घंटे में मानसून बिहार पहुंचेगा और 20 जून के आसपास यह दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में पहुंच सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों में मानसून बिहार तक पहुंच सकता है। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में गहरा होता लो प्रेशर एरिया और पश्चिमी विक्षोभ पर नजर रखना जरूरी है। फिलहाल अगले 48 घंटों में बिहार में हल्की बारिश के आसार जताए गए हैं।
उत्तर और मध्य भारत में अगले दो दिनों में तेजी से मौसम बदलने का अनुमान है। जम्मू-कश्मीर, मुजफ्फराबाद, झारखंड के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा दक्षिणी राजस्थान, पंजाब, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के आसार हैं।
महाराष्ट्र में पहले 10 जून तक मानसून पहुंचने की उम्मीद थी। हालांकि, करीब दो दिन देरी से पहुंचने के बावजूद महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों में तेज से बहुत तेज वर्षा दर्ज की गई। परभरनी में 190 मिमी, पालम में 90 मिमी भुम, मनवट और पाथरी में 70 मिमी और लातूर में 60 मिमी तक बारिश दर्ज की गई। बता दें कि मौसम विभाग के मुताबिक 15.6 मिलीमीटर से लेकर 64.4 मिलीमीटर तक की बारिश सामान्य कही जाती है। जबकि इसके ऊपर वर्षा को भारी कहा जाता है।
बीते 24 घंटों के दौरान कर्नाटक के तटीय हिस्सों, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मराठवाड़ा के कुछ हिस्से, पूर्वोत्तर भारत, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह और गुजरात के पूर्वी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। केरल, आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तथा उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई है। इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पंजाब और हरियाणा में गर्मी धीरे-धीरे सामान्य स्तर पर पहुंच रही है। आने वाले कुछ दिनों में दोनों राज्यों में बारिश का अनुमान है। गुरुवार को ही यहां तापमान 40 डिग्री के आसपास ही रहा। हरियाणा में हिसार मेंअधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस तक ही पहुंचा। वहीं, चंडीगढ़ में भी अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री रहा।
भारत में मानसून अब रफ्तार पकड़ रहा है। दक्षिणी-पश्चिमी मानसून अब केंद्रीय अरब सागर से गोवा को पार कर चुका है और कोंकण क्षेत्र के साथ-साथ मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के इलाकों तक पहुंच गया है। इसके अलावा कर्नाटक, पूरे रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश के साथ तेलंगाना के ज्यादातर इलाकों में भी मानसून आ चुका है।
भारत के पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही हिस्सों में मौसम के हालात तेजी से बदल रहे हैं। पूर्व में बंगाल की खाड़ी पर बना लो प्रेशर एरिया पश्चिमी-मध्य भागों पर पहुंच गया है। यह पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा और गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र बन जाएगा। दूसरी तरफ पश्चिम में दक्षिणी गुजरात और इससे सटे उत्तर-पूर्वी अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पहले की तरह ही बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के मध्य और इससे सटे हिस्सों पर दिखाई दे रहा है।
नगालैंड में अगले 6-8 घंटों के दौरान दीमापुर, किपशायर, कोहिमा, लोंगलेंग, मोकोकचुंग, मोन, पेरेन, फेक, तुनेसांग, वोखा और ज़ुनहेबोटो जिलों में तेज हवाओं और हल्की बारिश की संभावना है।
तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 10 से 13 जून के बीच भारी बारिश होगी। इस दौरान तमिलनाडु में छिटपुट बारिश के आसार हैं। सप्ताह के मध्य से तटीय कर्नाटक और केरल में भी मॉनसून वर्षा की गतिविधियां तेज़ हो सकती हैं।
उत्तर प्रदेश में 12 से 14 जून के बीच गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है। पश्चिमी हिमालयी भागों में इस सप्ताह मौसम लगभग सूखा रहेगा। पश्चिम राजस्थान में शुष्क और गर्म मौसम के कारण तापमान 40 से 43 डिग्री तक पहुंच सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार 72 घंटे में उत्तर-पश्चिम, पश्चिम बंगाल व ओडिशा में मानसून के आगमन की संभावना बन रही है। मानसून के ओडिशा में प्रवेश करने के बाद झारखंड में भी बारिश की संभावना है।
स्काइमेट वेदर वेबसाइट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा, केरल, तटीय कर्नाटक, गंगीय पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश होने की उम्मीद है। वहीं आंतरिक कर्नाटक, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर, मुजफ्फराबाद, झारखंड के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।
मौसम विभाग के मुंबई केंद्र के उप महानिदेशक के एस होसलीकर ने कहा ‘‘दक्षिण पश्चिम मानसून महाराष्ट्र पहुंच गया है। यह हरनई (तटीय रत्नागिरि जिले में), सोलापुर (दक्षिण महाराष्ट्र में), रामागुंडम (तेलंगाना) और जगदलपुर (छत्तीसगढ़) के ऊपर से गुजर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों में इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। भारी वर्षा की चेतावनी जारी की जाती है।’’
दक्षिण-पश्चिम मानसून आधिकारिक तौर पर बृहस्पतिवार को ओडिशा पहुंच गया जिससे राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई। यह जानकारी मौसम विज्ञान विभाग ने दी। मानसून आने से मलकानगिरि, कोरापुट, रायगढ़ा, गजपति और गंजाम सहित कई जिलों में दिन में बारिश हुई। किसानों के चेहरों पर बारिश देख कर खुशी आ गई। मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के निदेशक एच आर बिस्वास ने पीटीआई से कहा, ‘‘दक्षिण-पश्चिम मानसून ने ओडिशा में दस्तक दे दी है। मानसून अब तक राज्य के कई दक्षिणी जिलों में छा गया है।’’ मौसम विभाग के केंद्र ने कहा है कि ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में कम दबाव के प्रभाव से मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है। मॉनसून की शुरुआत चार महीने लंबे बरसात के मौसम की शुरुआत होती है। पिछले 24 घंटे से ओडिशा के कई हिस्सों में मॉनसून-पूर्व वर्षा हो रही थी। विशेषकर दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्र में, जिनमें गंजाम, कोरापुट, गजपति, रायगढ़ा, कंधमाल, खुर्दा, पुरी, कटक, जगतसिंहपुर और बालासोर जैसे जिले शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस साल ओडिशा सहित मध्य भारत में सामान्य मानसून अपेक्षित है।
दक्षिण-पश्चिमी मानसून बृहस्पतिवार को तेलंगाना के ज्यादातर हिस्सों की तरफ बढ़ रहा है और अगले तीन दिन के दौरान राज्य के अधिकांश भाग में भारी बारिश की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग केंद्र ने यहां बताया कि तेलंगाना के बाकी बचे हिस्सों में भी 48 घंटे के भीतर दक्षिणी पश्चिम मानसून के पहुंचने की अनुकूल स्थितियां बन रही हैं। वहीं, भारत में जून का मध्य आते-आते पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी के पास बन रहे वायु दाब ने मौसम पर असर दिखाना शुरू कर दिया है।
दक्षिण पश्चिम मानसून ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र में दस्तक दे दी और राज्य के कुछ तटवर्ती हिस्सों में वर्षा हुई। यह जानकारी मौसम विभाग के एक अधिकारी ने यहां दी। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में राज्य के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान जताया है। विभाग के मुंबई केंद्र के उप महानिदेशक के एस होसलीकर ने कहा ‘‘दक्षिण पश्चिम मानसून महाराष्ट्र पहुंच गया है। यह हरनई, सोलापुर, रामागुंडम (तेलंगाना) और जगदलपुर (छत्तीसगढ़) के ऊपर से गुजर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों में इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। भारी वर्षा की चेतावनी जारी की जाती है।’’
बुधवार को राजधानी दिल्ली के साथ ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बुधवार शाम में भारी बारिश के साथ आंधी आई। गौरतलब है कि कल आई तेज आंधी से दिल्ली-एनसीआर में कई जगह पेड़ गिर गए, वाहनों की नुकसान हुआ और होर्डिंग गिर गए, जिससे प्रमुख सड़कें बाधित हो गईं। इन सड़कों में से कुछ शहर और राष्ट्रीय राजधानी को जोड़ने वाली थीं।
हिमाचल प्रदेश में येलो अलर्ट के बीच गुरुवार को पूरे प्रदेश में मौसम साफ नजर आया। धूप खिलने से अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शुक्रवार को मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा में बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने कहा है कि मानसून अब तक देश के एक-तिहाई हिस्से में फैल चुका है और आने वाले हफ्तों में तेजी से पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों में फैलेगा। आईएमडी के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में मानसून आगे बढ़ रहा है और अब अच्छी बारिश की उम्मीद है। अगले 48 घंटों में मानसून के ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत पूर्वी राज्यों में पहुंचने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो से तीन दिनों में राजधानी दिल्ली के साथ लगभग पूरे मध्यभारत में तेज हवाओं के साथ बारिश होगी। आईएमडी के डेली वेदर बुलेटिन के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के पास कम दबाव वाला क्षेत्र बना है, जो कि उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में अगले 48 घंटों में इस लो प्रेशर एरिया की वजह से ही 11 और 13 जून के बीच बारिश होने के आसार हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक, 13 जून को कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश होगी। यहां घाट के इलाकों में तेज हवाओं और वर्षा की वजह से भूस्खलन की आशंका जताई गई है। इसके अलावा मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्र में भी भारी बारिश का अनुमान है। पहले महाराष्ट्र से मानसून के 10 जून तक टकराने की उम्मीद थी। लेकिन अब तक राज्य में मानसून नहीं पहुंचा है।
मौसम विभाग के पुणे ऑफिस के हेड के मुताबिक, महाराष्ट्र में अभी मानसून आने के आसार जताना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और रायलसीमा के अंदरुनी हिस्सों में बारिश नहीं होती, तब तक महाराष्ट्र के दक्षिण कोंकण तक मानसून आने का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।
कोंकण गोवा, गुजरात, तटीय कर्नाटक, केरल और पूर्वोत्तर भारत में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी एक-दो स्थानों पर वर्षा हो सकती है। मध्य महाराष्ट्र, आंतरिक कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और आंतरिक ओडिशा में गरज के साथ हल्की बारिश के आसार हैं।
देश में मौसम का हाल बताने वाली वेबसाइट के स्काईमेट के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्वी हिस्सों पर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। अगले 24 घंटों में इसके गहरे निम्न दबाव में तब्दील होने की संभावना है। वहीं, दक्षिणी गुजरात और इससे सटे अरब सागर पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर भी हवाओं में एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है, जिससे कुछ जगहों पर बारिश होने की आशंका है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि जहां आमतौर पर गर्मी के सीजन की शुरुआत के साथ ही फ्लू के सीजन का अंत हो जाता है, वहीं कोरोना संक्रमण इससे सिर्फ धीमा हुआ है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह काफी मुश्किल है कि कोरोना गर्मी की वजह से रुक जाएगा। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने एक रिपोर्ट के हवाले से कहा कि ब्राजील और मिस्र में इस वक्त भयानक गर्मी पड़ने के बावजूद कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं।
इससे पहले दिल्ली-एनसीआर में मौसम ने बुधवार को अचानक करवट ले ली थी। दोपहर 4 बजे तक तेज गर्मी के बाद अचानक आसमान में बादल छा गए। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के इलाकों में बारिश शुरू हो गई। एनसीआर में बारिश के साथ तेज आंधी भी चली। वहीं, कुछ स्थानों पर ओले पड़ने की भी खबर है।