Weather forecast: बाढ़ की वजह से मेघालय में 1.3 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य सरकार के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पिछले 10 दिनों से मेघालय में हो रही लगातार बारिश की वजह से यहां की दो नदियों, ब्रह्मपुत्र और जिनजिराम का जलस्तर बढ़ने से वेस्ट गारो हिल्स जिले के मैदानी भागों में पानी भर गया था। जिला प्रशासन ने अभी तक यहां 22 राहत शिविर स्थापित किए हैं।
मुंबई में जुलाई महीने की शुरुआत में बेहद अच्छी बारिश दर्ज की गई। बारिश इतनी ज्यादा थी कि कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे। बीते एक-दो दिन में मुंबई के कुछ इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई। इस बीच मौसम पर नजर रखने वाली एक वेबसाइट ने कहा है कि अगले चार से पांच दिनों के भीतर राज्य में भारी बारिश की संभावनाएं बेहद कम है।
मिजोरम में बारिश जनित घटनाओं में मिजोरम में अब तक पांच की मौत हो चुकी है। दक्षिण मिजोरम का लुंगलेई जिला सबसे अधिक प्रभावित है। मिजोरम में राहत शिविरों में पांच हजार से ज्यादा लोग रह रहे हैं। राज्य आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग ने यह जानकारी साझा की। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ की वजह से 205 गांवों में 1,968 परिवार प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा पूर्वोत्तर राज्य के सभी आठ जिलों में 1,523 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बारिश जनित घटनाओं में मिजोरम में अब तक पांच लोगों की मौत हुई है।
जुलाई महीने में हरियाणा में उतनी अच्छी बारिश देखने को नहीं मिली जितने की उम्मीद का जा रही थी। अगर ये कहा जाए कि हरियाणा में मानसून अबतक उतना अच्छा नहीं रहा। इसकी वजह से खेती पर भी असर पड़ रहा है। इस बीच मौसम पर नजर रखने वाली एक निजी वेबसाइट ने जानकारी दी है कि राज्य में 18 से 19 जुलाई के बीच कुछ स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं।
बाढ़ प्रभावित असम के मोरीगांव में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें तैनात कर दी गई हैं। एनडीआरएफ की टीम ने बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बुधवार को हुई बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया। जलभराव की वजह से कई जगह जाम की स्थिति बनी रही।
असम बारिश और बाढ़ की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य के 33 जिले भी बाढ़ की चपेट में हैं, जिनमें 17 लोगों की मौत हुई है और 45 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। मौसम विभाग के बुलेटिन के अनुसार केरल के छह जिलों में 24 घंटे के भीतर 204 मिलीमीटर तक बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
बिहार के सीतामढ़ी में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से एक तीन मंजिला इमारत गिर गई। हादस में किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं।
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ के कारण अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है और 26 लाख 79 हजार 936 लोग प्रभावित हुए है। बिहार के 12 जिलों शिवहर, सीतामढी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार में अब तक 33 लोगों की मौत होने के साथ 26 लाख 79 हजार 936 लोग प्रभावित हुए हैं। बिहार में बाढ़ के कारण मरने वाले लोगों में सीतामढी के 11, अररिया के नौ, शिवहर के सात, किशनगंज के चार और सुपौल दो लोग शामिल हैं।
बाढ़ प्रभावित 12 जिलों में कुल 185 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जहां 1,12,653 लोग शरण लिए हुए हैं। उनके भोजन की व्यवस्था के लिए 812 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही हैं। बाढ़ प्रभावित इलाके में राहत एवं बचाव कार्य के लिये एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 26 टीमों और 796 मानव बल को लगाया गया है तथा 125 मोटरबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है।।
छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में अगले 2-4 घंटों में बारिश और आंधी-तूफान की आशंका है। वहीं ओडिशा के कई इलाकों में भी अगले 4-5 घंटे में हल्की बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही धूल भरी आंधी भी चलेगी। मौसम पर नजर रखने वाली एक निजी वेबसाइट ने यह जानकारी दी।
पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी की मार झेल रहे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निवासियों को हाल के 20 घंटों में गर्मी से राहत मिली है। मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली एक निजी वेबसाइट के मुताबिक शहर में आज तापमान 26 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। इस दौरान धूप की लुकाछिपी का दौर जारी रहेगा और हल्के और मध्य गति की बारिश होने के आसार है।
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी मानसून, दक्षिण राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और पंजाब के अधिकांश हिस्सों में सक्रिय हो गया है। यही नहीं पश्चिम बंगाल, झारखंड और पूर्वी ओडिशा के ऊपर चक्रवाती दबाव बना हुआ है। वहीं कर्नाटक में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली में बुधवार सुबह भी हल्की बारिश हुई और लोगों को जमीन की तपीश से थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग का कहना है कि न्यूनतम तापमान मौसम के सामान्य औसत से तीन डिग्री कम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 29.2 मिलीमीटर बारिश हुई है।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि वह बुधवार को पश्चिम चम्पारण एवं पूर्वी चम्पारण के जिलाधिकारियों के साथ हवाई सर्वेक्षण करें ताकि जिलाधिकारी अपने जिले में बाढ़ की स्थिति से पूरी तरह अवगत हो सकें। उन्होंने अविलम्ब राहत कार्य चलाये जाने का निर्देश दिया। साथ ही बाढ़ पीड़ितों को आवश्यकतानुसार निर्धारित सहायता राशि उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने फेसबुक पर लिखा, ‘चूंकि बाढ़ और भूस्खलन की संभावना है, ऐसे में लोगों को खुद को सुरक्षित रखने के लिए सतर्क रहने और जरूरी एहतियात बरतने को कहा गया है।’ अधिकारियों से तालुका स्तर पर नियंत्रण कक्ष खोलने को कहा गया है। पश्चिम दिशा से तेज हवाएं चलने के कारण मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। केरल और लक्षद्वीप तटों और उसके आसपास 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की दर से तेज हवा चलने की संभावना है।
असम के 33 जिले भी बाढ़ की चपेट में हैं, जिनमें 17 लोगों की मौत हुई है और 45 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। मौसम विभाग के बुलेटिन के अनुसार केरल के छह जिलों में 24 घंटे के भीतर 204 मिलीमीटर तक बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। राज्य के इडुक्की, मलप्पुरम, वायनाड, कन्नूर, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिलों में 18-20 जुलाई के दौरान बेहद भारी वर्षा होने की संभावना है। असम में आई बाढ़ से काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 150 से अधिक शिकार रोकथाम शिविर प्रभावित हुए हैं। हालांकि इस राष्ट्रीय उद्यान में शिकार पर लगाम लगाने के लिये अधिकारी 24 घंटे काम कर रहे हैं। कांजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है।
बिहार और असम में बाढ़ का कहर जारी है और दोनों राज्यों में दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने राज्य में बेहद भारी बारिश की संभावना जताई है। अधिकारियों के अनुसार, नेपाल के जलक्षेत्रों में असामान्य मूसलाधार वर्षा और उसके बाद नदियों में बड़े पैमाने पर पानी छोड़े जाने के कारण बिहार में बाढ़ आई है। यहां एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। वहीं, केरल में बेहद भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद रेड अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार और असम में बाढ़ का कहर अभी भी जारी है और दोनों राज्यों में इसके कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 55 हो गई। इस बीच, उत्तर प्रदेश में भी वर्षाजनित हादसों में 14 लोगों की मौत हो गई। वहीं, केरल में बेहद भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने राज्य में बेहद भारी बारिश की संभावना जताई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना से बाल्मीकिनगर तक गंडक नदी के संवेदनशील तटबंधों का हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वेक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने विशेषकर गोपालगंज के निकट रूपनछाप एवं समहरा धार के निकट तटबंधों की विशेष निगरानी और आवश्यकतानुसार उनके सुदृढ़ीकरण का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने साथ ही बगहा शहर में नदी के किनारे रिवेटमेंट का भी हवाई सर्वेक्षण किया और जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव निर्देश को उसके सुदृढ़ीकरण का दिया।