Weather forecast Today India Updates: कर्नाटक पर बना चक्रवाती हवाओं का अक्षेत्र अब आगे बढ़ते हुए अरब सागर तक पहुंचा है और मानसून ट्रफ यहां सक्रिय बनी हुई है। इन सिस्टमों के प्रभाव से आंतरिक कर्टनाक के साथ-साथ रायलसीमा और तेलंगाना में कई जगहों पर, तटीय कर्नाटक और केरल में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। इन भागों में एक दो जगहों पर अच्छी बारिश भी हो सकती है। इसी बीच तमिलनाडु में उम्मीद के मुताबिक कम बारिश होने का अनुमान है। चेन्नई मौसम पूरी तरह से शुष्क बना रहेगा।
मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक पूर्वी भारत के राज्यों में कई जगहों पर मौसम में उथल-पुथल की उम्मीद है। एजेंसी का पूर्वानुमान है कि ओडिशा, झारखंड में अधिकांश जगहों पर बारिश होगी, क्योंकि यहां चक्रवाती हवाओं का अक्षेत्र सक्रिय है। इन भागों में कुछ स्थानों पर भारी बौछारे भी गिर सकती हैं। बिहार के पूर्वी हिस्सों में भी एक दो स्थानों पर बारिश होने का पूर्वानुमान है। इस दौरान पटना, गाजीपुर, वाराणसी, जमशेदपुर, गया, आजमगढ़, जौनपुर, प्रतापगढ़ सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित बिहार में बाकी हिस्सों में आंतरिक बादल भले ही दिखेंगे मगर बारिश नहीं होगी।।
दिल्ली में शुक्रवार की सुबह आसमान में धुंध के साथ हुई। एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में पीएम 2.5 मॉडरेट और पीएम 10, 201 था जो 'खराब' कैटेगरी है।
पिछले चार महीने के दौरान मध्य और उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से लगभग दस प्रतिशत अधिक बारिश देने वाले दक्षिण पश्चिम मानसून की बुधवार को लगभग एक महीने विलंब से वापसी शुरु हो गयी। मौसम विभाग ने 20 अक्टूबर तक मानसून की पूरी तरह से वापसी का अनुमान जताया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बुधवार कोलकाता में बारिश के चलते ट्रैफिक प्रभावित दिखा। मौसम विभाग ने दक्षिण बंगाल के इलाकों में शुक्रवार तक बारिश के आसार जताए हैं। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक कोलकाता में अन्य शहरों की अपेक्षा ज्यादा जलभराव हुआ। चितरंजन एवेन्यू में बारिश के चलते यातायात घंटों तक प्रभावित रहा।
दक्षिणी पश्चिम मानसून ने चार महीने बरसात के मौसम के बाद बुधवार से अपनी विदाई शुरू कर ली। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। भारतीय मौसम विभाग ने एक बयान में कहा कि उत्तर पश्चिम भारत में प्रति चक्रवात स्थिति बनने और नमी वाली स्थिति में लगातार कमी के बाद अब मानसून पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान से आज विदा हो गया। वैसे मानसून की विदाई की सामान्य तारीख एक सितंबर थी। सबसे विलंब में मानसून की दर्ज विदाई 1961 में एक अक्टूबर को हुई थी। वहीं इसके बाद 2007 में 30 सितंबर को विलंब से मानसून की विदाई हुयी थी।
अगले दो-तीन दिन में भारत के अन्य हिस्सों से भी मानसून की विदाई की स्थिति बन गई है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार की सुबह काफी सुहावनी रही। न्यूनतम तापमान इस मौसम के औसत से एक डिग्री नीचे 20.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।मौसम विभाग ने कहा कि मुख्य तौर पर आसमान साफ रहेगा लेकिन दिन के आखिर में गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।विभाग ने बताया कि अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह 8.30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता 81 प्रतिशत रही।मंगलवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
मध्यप्रदेश में 1961 के बाद 2019 में मानसून सबसे देरी से विदाई लेगा। इससे एक नया कीर्तिमान बनेगा। 1961 के बाद 2007 में मानसून ने सबसे देरी से विदाई ली थी लेकिन 2019 में 15-16 अक्टूबर को विदाई के कयास लगाए जा रहे हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि आज कई जगहों पर मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आएगा। कहीं धूप निकलेगी तो कहीं पर बादल छाए रहेंगे। इसके अलावा सुबह-शाम तो मौसम में हल्की सी ठंडक महसूस होगी। मौसम में आए बदलाव की वजह के घरों में पंखों की स्पीड कम करनी पड़ेगी और एसी तो नहीं चल पाएगा।
मौसम विभाग के मुताबिक, रात में तापमान गिर रहा है। रात में तापमान 22 तक पहुंच चुका है तो वहीं दिन में 25 से 30 तक तापमान रहेगा। मौसम में आए बदलाव की वजह से उत्तर भारत में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाएगा और देहात-कस्बो में रात को ओस गिरने शुरू हो गई है।
पूर्वी भारत के राज्यों ओड़ीशा, पश्चिम बंगाल में जारी रहेगी बारिश। पूर्वोत्तर भारत में भी अच्छी वर्षा के आसार हैं। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र समेत केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में वर्षा जारी रहने के आसार।
बिहार के पूर्वी हिस्सों में भी एक दो स्थानों पर बारिश होने का पूर्वानुमान है। इस दौरान पटना, गाजीपुर, वाराणसी, जमशेदपुर, गया, आजमगढ़, जौनपुर, प्रतापगढ़ सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित बिहार में बाकी हिस्सों में आंतरिक बादल भले ही दिखेंगे मगर बारिश नहीं होगी।