गाजियाबाद के डासना मंदिर के मंहत नरसिम्हानंद ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कोरोना महामारी को लेकर कहा है कि ये सरकार का षड्यंत्र है। मीडिया से बात करते हुए महंत ने दावा किया कि मास्क लगाकर आपको बीमार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि न मैं मास्क लगाता हूं और न कोरोना को मानता हूं।
देश की जनसंख्या पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत में मुस्लिमों की बढ़ती जनसंख्या हिंदुओं के विनाश का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि जहां भी मुस्लिमों की आबादी बढ़ी है वहां पर दूसरे को वो जीवित नहीं छोड़ते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि लोग हिंदू नेताओं के भरोसे में न रहें। हर हिंदू के कम से कम 5-6 बच्चे होने चाहिए। जिस तरीके से मुस्लिमों की जनसंख्या का अनुपात बढ़ रहा है, वो महाविनाश का कारण बन सकता है। महंत ने कहा कि हर हिंदू को शस्त्रधारी होना चाहिए।
नरसिम्हानंद सरस्वती एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए मथुरा पहुंचे थे। जहां उन्होंने संतों से शिष्टाचार मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मैं कोरोना को नहीं मानता हूं। जिनकी इम्यूनिटी पावर कम है वही लोग मास्क लगाते हैं।
कोरोना को लेकर महंत का बयान ऐसे समय में आया जब देश में हाल के दिनों में लाखों लोगों की मौत कोविड-19 से हुई है। भारत में शुक्रवार को भी स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना के 91,702 नए मामले सामने आए हैं। वहीं इस दौरान पूरे देश में 3,403 लोगों की मौत हुई है। देश में अभी एक्टिव केस की संख्या 11,21,671 हो गयी है।
बताते चलें कि कुछ ही दिन पहले उनके गाजियाबाद के आश्रम में एक किशोर के साथ मारपीट का मामला सामने आया था। जिसके बाद पुलिस ने उनके आश्रम में रहने वाले दो लोगों को गिरफ्तार भी किया था। उस घटना के बाद सोशल मीडिया में लोगों ने जमकर उनका विरोध किया था।

