Shashi Tharoor News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का दावा किया है। अब इस पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि भारत को लड़ाई रोकने के लिए किसी के समझाने की जरूरत नहीं है, लेकिन पाकिस्तानियों को शायद अमेरिकियों से इसकी जरूरत है।
थरूर ने अहमदाबाद में मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मुझे लगता है कि हमें उस विशेष संघर्ष में शामिल देशों को यह स्पष्ट करना होगा कि उनके (इजराइल और ईरान) साथ उनकी (ट्रंप की) क्या भूमिका थी। जहां तक भारत-पाकिस्तान का सवाल है, यह शुरू से ही स्पष्ट था कि भारत को रोकने के लिए मनाने की जरूरत नहीं है।’
हम लड़ाई में रुचि नहीं रखते – शशि थरूर
उन्होंने कहा, ‘हमने पहले दिन से ही संकेत दे दिया था कि हम किसी लंबे संघर्ष या युद्ध शुरू करने में रुचि नहीं रखते हैं। हम आतंकवादियों के खिलाफ प्रतिशोध में रुचि रखते थे और हमने केवल आतंकवादी शिविरों, आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया और हमारे दृष्टिकोण से, बस इतना ही था। हमने कहा कि अगर पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई नहीं करना चाहता है, तो यह खत्म हो गया, हम खत्म हो गए। उन्होंने अंधाधुंध जवाबी कार्रवाई की और हमें उन्हें जवाबी हमला करना पड़ा। हमारा हर दिन का संदेश था कि तुम मारो, हम जवाबी हमला करेंगे, अगर तुम रुकोगे, तो हम रुकेंगे।’
ऑपरेशन सिंदूर से है डायरेक्ट कनेक्शन
हमे नहीं पता अमेरिकियों ने पाकिस्तानियों से क्या कहा – कांग्रेस सांसद
डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘किसी को भी भारत को रोकने के लिए मनाने की जरूरत नहीं थी। यही बात प्रधानमंत्री ने भी कही है। दूसरी ओर, शायद पाकिस्तान को मनाने की जरूरत थी। हमें नहीं पता कि अमेरिकियों ने क्या कहा होगा पाकिस्तानियों के लिए। इसलिए अगर पाकिस्तानियों को लगता है कि उन्होंने इसलिए रोका क्योंकि अमेरिकी उन्हें चाहते थे, तो यह उनके लिए बहुत अच्छा है।’
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। इसके तहत इंडियन आर्मी ने आतंकी ठिकाने तो ध्वस्त किए ही साथ में पाकिस्तानी मिलिट्री बेस और एयरबेस भी तबाह हुए। इसके बाद पाकिस्तान ने सीजफायर की गुहार लगाई। इसके तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसका श्रेय लेने की कोशिश की तो भारत ने तीसरे देश की मध्यस्थता से इनकार कर दिया। भारत ने कई मौकों पर इस बात पर जोर दिया है कि पाकिस्तान के साथ सीजफायर करने के उसके फैसले में न तो अमेरिका और न ही किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका थी। ‘प्रिया शर्मा’ के झांसे में आ गया नेवी का कर्मचारी