देश ने इस बार कई महीने भयंकर हीटवेव के देखे हैं। आलम यह रहा है कि गर्मी के कई सालों के रिकॉर्ड टूटे हैं। अब प्रकृति का यह ऐसा मिजाज है कि इसने लोगों को उस जलती गर्मी से राहत तो दी है, लेकिन दूसरी आफत साथ आ चुकी है। इस समय फ्रॉम उत्तर टू साउथ, मूसलाधार बारिश हो रही है, पहाड़ों पर बादल फट रहे हैं और केरल के वायनाड में तो बड़े स्तर पर लैंडस्लाइड हो गई है।
वायनाड के हालात
अगर केरल से ही शुरुआत करें तो वहां पर हालात विस्फोटक बने हुए हैं। अभी तक वायनाड में 289 लोगों की मौत हो चुकी है, कई अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। सेना ने अपनी पूरी ताकत लगा रखी है, 16 घंटे के अंदर में पुल बनकर भी तैयार हुआ है, लेकिन जमीन पर हालात ज्यादा सुधरते नहीं दिख रहे। अभी भी केरल का मौसम चिंता बढ़ा रहा है, तेज बारिश चुनौती पेश कर रही है।
हिमाचल के हालात
इसी तरह अगर उत्तर भारत चला जाए तो वहां पर हिमाचल प्रदेश ने भारी तबाही देख ली है। कुल्लू और मंडी में बादल फटा है, कुछ लोगों की मौत हुई है और कई लापता बताए जा रहे हैं। नदियां उफान पर हैं और नाले भी सड़कों पर बह रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि रामपुर के आसपास के कुल 15 ऐसे इलाके सामने आए हैं जहां पर सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिली है। कुर्पण, समेज और गानवी खड्ड में इस समय बाढ़ जैसी स्थिति बन चुकी है। इसी तरह शिमला के गानवी और बागीपुर बाजार में भी नाले उफान पर चल रहे हैं।
मकान जमींदोज, स्कूल डूबे और टूटे पहाड़… तस्वीरें बयां कर रहीं तबाही
व्यास नदी भी इस समय खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, उस वजह से ही कई निर्माणधीन इमारतें जमींदोज हो चुकी हैं। NH 3 भी बाधित हो गया है, लंबा ट्रैफिक जाम लगा है, कई गाड़ियां फंसी हुई हैं। अब अगर कुल्लू में हालात विस्फोटक हैं तो मंडी में एयरफोर्स को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है। मौसम विभाग का बारिश को लेकर जो अनुमान है, उस वजह से आने वाले दिनों में भी संकट बड़ा होने की पूरी संभावना जताई जा रही है।
उत्तराखंड के हालात
उत्तराखंड की बात करें तो वहां भी लगातार हो रही बारिश की वजह से 14 लोगों की मौत हो चुकी है। हालात ऐसे चल रहे हैं कि केदारनाथ यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया है। चिंता की बात यह है कि जिस पैदल मार्ग से लोग केदारनाख धाम चाहते है, उसे नुकसान पहुंचा है। बुधवार रात को फटे बादल की वजह से 20-25 मीटर का मार्ग बह चुका है। अगर मैदानी इलाकों की स्थिति को देखा जाए तो वहां से भी राहत की खबर नहीं मिल रही है।
मध्य प्रदेश के हालात
मध्य प्रदेश के डिंडोरी में इस समय रिकॉर्ड बारिश देखने को मिल रही है। हालात ऐसे बन चुके हैं कि तट पर बने मंदिर और घाटों तक में पानी घुस चुका है। कई गांवों का संपर्क टूटा है और वहां पर बाढ़ जैसी स्थिति चल रही है। इस समय नदियों के पास में ही होमगार्ड एसडीआरएफ के जवानों को तैनात कर दिया गया है, लोगों को यहां से दूर रहने के लिए कहा जा रहा है।
राजस्थान के हालात
अगर राजस्थान की स्थिति को देखा जाए तो वहां भी कुछ घंटों की बारिश ने ही हाल बेहाल कर दिया है। जगह-जगह जलभराव देखने को मिल रहा है, क्या एयरपोर्ट क्या रेलव की पटरियां, कई फुट पानी भर चुका है, आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रामनगर के सांवल्दे गांव में तो हालात और ज्यादा खराब दिख रहे हैं, यहां घरों के अंदर पानी घुस चुका है। कई जगह तो लोगों को अपना घर छोड़ भागना पड़ा है। अब उन परिवारों की चिंता यह है कि वे अपने बच्चों को क्या खिलाएं।
दिल्ली के हालात
राजधानी दिल्ली की बात करें तो वहां भी हालात कोई अच्छे नहीं चल रहे हैं। बुधवार रात की बारिश का असर अभी तक यहां पर महसूस किया जा रहा है। कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं, नाले में डूबने से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। स्थिति ऐसी चल रही है कि प्रशासन को बोलना पड़ा है कि लोग अपने घरों में रहें और खिड़की बंद रखें। अभी के लिए कुछ दिनों तक आफत वाली बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है, लेकिन उसके बाद मौसम विभाग के मुताबिक मिजाज फिर बदलेगा और इस प्रकृति के प्रकोप से भी लोगों को कुछ राहत मिलेगी।