दिल्ली में शनिवार सुबह भारी बारिश से दिल्ली हवाईअड्डे के प्रांगण और शहर के अन्य हिस्सों में जलभराव हो गया। दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों को भी बारिश से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इधर किसान नेता राकेश टिकैत पानी में ही ‘धरने पर’ बैठ गए।
राकेश टिकैत ने कहा है कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेगी आंदोलन वापस नहीं होगा। धरना शुरू करने से पहले राकेश टिकैत ने किसानों के तंबू और लंगरों में जाकर भरे पानी को निकालने में भी मदद की। बताते चलें कि दिल्ली में भारी बारिश से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली में शनिवार सुबह भारी बारिश से मोती बाग और आरके पुरम समेत शहर के कई हिस्सों से जलभराव की खबरें आयी हैं।
नगर निकायों के अनुसार, मोती बाग और आरके पुरम के अलावा मधु विहार, हरी नगर, रोहतक रोड, बदरपुर, सोम विहार, आईपी स्टेशन के समीप रिंग रोड, विकास मार्ग, संगम विहार, महरौली-बदरपुर रोड, पुल प्रह्लादपुर अंडरपास, मुनीरका, राजपुर खुर्द, नांगलोई और किराड़ी समेत अन्य मार्गों पर भी जलभराव देखा गया। लोगों ने सड़कों पर जलभराव की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए।
शनिवार सुबह हवाईअड्डे से पांच उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया। स्पाइसजेट की दो और इंडिगो तथा गो फर्स्ट की एक-एक उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर जयपुर की ओर कर दिया गया है। दुबई से दिल्ली आ रहे एक अंतरराष्ट्रीय विमान का मार्ग परिवर्तित कर अहमदाबाद कर दिया गया है।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भाटसा बांध के जल अधिग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश की वजह से शनिवार सुबह जलाशय के पांच द्वार खोल दिए गए। भाटसा नगर कार्यालय के सिंचाई विभाग के अधिकारी ने बताया कि जलाशय के दरवाजे सुबह करीब 10 बजे खोले गए। उन्होंने बताया, ‘‘बांध में जलस्तर सुबह नौ बजे 141.70 मीटर तक पहुंच गया था। जल अधिग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बांध के पांच दरवाजे खोल दिए गए।’’ शाहपुर, भिवंडी और कल्याण समेत अन्य निचले इलाकों में अधिकारियों को एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा गया है।
