चेन्नई समेत तमिलनाडु के कई जिलों में बारिश ने जबरदस्त कहर ढाया हुआ है। लगातार हो रही बारिश की वजह से चेन्नई को त्रिची से जोड़ने वाला हाईवे भी पानी में डूब गया। कई इलाकों में लबालब पानी भर जाने के बाद हजारों लोगों को राहत शिविर में भेजा गया है। हालात को देखते हुए तमिलनाडु प्रशासन ने सभी बरसात प्रभावित जिलों के शिक्षण संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की है।
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से करीब 60 किलोमीटर दूर चेंगलपट्टू जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से करीब पांच झीलों का पानी हाईवे पर पहुंच गया। जिसकी वजह से चेन्नई को त्रिची से जोड़ने वाले सड़क पर यातायात भी बाधित हो गया। हालांकि बाद में थोड़ी देर बारिश थमने के बाद इसे फिर से बहाल किया गया। हाईवे से गुजर रहे वाहन चालकों ने बताया कि पानी भर जाने की वजह से हाईवे समुद्र की तरह लग रहा था।
बारिश की वजह से झीलों में भी लबालब पानी भर गया है। जिसकी वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है। निचले इलाकों में बसे लोगों को वहां से निकालने के लिए प्रशासन की तरफ से नावों को लगाया गया है। करीब 3000 लोगों को राहत शिविरों में भी भेजा गया है। तमिलनाडु के कई जिलों में हजारों एकड़ में लगी फसलें को भी भारी बारिश की वजह से काफी नुकसान पहुंचा है। काफी समय के बाद चेन्नई में 100 एमएम से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
भारतीय मौसम विभाग ने भारी बारिश को देखते हुए चेन्नई सहित कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपेट, कुड्डालोर, नागपट्टिनम, पुदुकोट्टई, तूतीकोरिन, अरियालुर, सहित तमिलनाडु के तटीय जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि आने वाले दो दिनों तक दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश हो सकती है।
वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने ट्वीट कर राहत कार्य में जुटे सरकारी कर्मचारियों और लोगों का आभार जताया है। एम के स्टालिन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भारी बारिश के बीच बिना नींद और आराम के राहत कार्य में लगे निगम, बिजली, लोक निर्माण विभाग, पुलिस और दूसरे सभी लोगों का बहुत बहुत धन्यवाद। जिन्होंने जीवन के नुकसान को कम किया और स्थिति को नियंत्रण में बनाए रखा।