सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के साथ अपने दोस्ताना संबंधों को याद करते हुए अभिनेत्री वहीदा रहमान ने कहा कि वह महान गायिका को अक्सर चाकलेट, कबाब और बिरयानी भेजा करती थीं, जिसके बदले में अपने आशीर्वाद के रूप में लता मंगेशकर उन्हें सुंदर साड़ियां भेजती थीं। वहीदा (84) के लिए लता ने ‘आज फिर जीने की तमन्ना है’ और ‘पिया तो से नैना लागे रे’ जैसे सदाबहार गीत गाए थे।
अभिनेत्री ने सुर साम्राज्ञी के निधन पर रविवार को शोक प्रकट किया और कहा, ‘मैंने अपनी एक सहेली खो दी, सबसे सुंदर इनसान।’ उन्होंने लता के साथ अपने दशकों के संबंध को याद करते हुए यह बात कही। वहीदा ने कहा, ‘यह हर किसी के लिए विभिन्न तरह से सचमुच में एक नुकसान है। मेरे लिए, मैं नहीं जानती कि क्या कहना है, हम एक दूसरे से रोज बातचीत नहीं किया करते थे लेकिन हम दोनों ने एक दूसरे के साथ का बहुत अच्छा समय बिताया, हम एक दूसरे को बखूबी जानते थे। लोग अक्सर सोचते हैं कि वह एक शर्मीली महिला थी लेकिन मैंने उन्हें चुटकुले सुनाते देखा। हमने जो वक्त साथ गुजारा है, वह मेरे साथ सदा रहेगा।’
वहीदा को लता (92) से हुई अपनी पहली मुलाकात का साल याद नहीं है लेकिन उन्होंने कहा कि अंतिम बार वे चार पांच साल पहले दिवंगत अभिनेता दिलीप कुमार के उपनगरीय मुंबई स्थित आवास पर मिली थीं। अभिनेत्री ने कहा, ‘चूंकि मेरा घर भी बांद्रा में है, तो मैंने बाद में लता जी को अपने घर पर आमंत्रित किया और वह राजी हो गईं। हमने जीवन, खाने-पीने के बारे में बातें करते हुए और चुटकुले सुनाते हुए तीन घंटे बिताएं।’