3600 करोड़ रुपए के वीवीआईपी हेलिकॉप्‍टर सौदे में कथित तौर पर मनी लॉन्‍ड्र‍िंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने नई चार्जशीट दाखिल की है। इसमें ब्रिटिश नागरिक और कथित बिचौलिए क्रिश्‍च‍ियन माइकल जेम्‍स और उसके कुछ भारतीय सहयोगियों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।

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इस हफ्ते की शुरुआत में एक विशेष अदालत के समक्ष 1300 से ज्‍यादा पन्‍नों की अभियोजन पक्ष की शिकायत (ईडी के लिए चार्जशीट के समकक्ष) रखी गई। इस दस्‍तावेज के मुताबिक, एजेंसी की जांच में पता चला कि माइकल को 30 मिलियन यूरो यानी करीब 225 करोड़ रुपए मेसर्स अगस्‍ता वेस्‍टलैंड से मिले। यह रकम कुछ और नहीं, बल्‍क‍ि घूस थी जो कंपनी की ओर से 12 हेलिकॉप्‍टरों की डील पाने के लिए इस्‍तेमाल की गई। एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि कोर्ट जल्‍द ही सप्‍लीमेंट्री चार्जशीट पर संज्ञान लेगा। ईडी की ओर से इस मामले में दाखिल की गई यह दूसरी चार्जशीट है। इसमें डील में माइकल की भूमिका, उसके कई बार भारत आने और उसके वित्‍तीय लेनदेन के बारे में विस्‍तार से बताया गया है। पहली चार्जशीट एजेंसी ने नवंबर 2014 में दाखिल की थी।

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ईडी और सीबीआई जिन तीन कथित बिचौलियों की भूमिका की जांच कर रही है, माइकल उनमें से एक है। दोनों ही एजेंसियों ने उसके खिलाफ ग्‍लोबल रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। इससे पहले, कोर्ट ने माइकल के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया था। हाल ही में दुबई में भारतीय मीडिया ने माइकल का जमकर इंटरव्यू लिया था। ईडी और सीबीआई, दोनों ही चाहती थीं कि माइकल जांच में उनकी मदद करे।