एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान मौलाना ने एक पैनलिस्ट को ‘डुगडुगी बजाने वाले’ बता दिया, जिस पर हंगामा हो गया। दरअसल डिबेट सीएए कानून और एएमयू यूनिवर्सिटी में हिंसा भड़काने वाले शरजील उस्मानी के भड़काऊ बयान को लेकर हो रही थी। इस डिबेट में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया, सामाजिक कार्यकर्ता सुबुही खान, मौलाना साजिद रशीदी समेत कई अन्य पैनलिस्ट मौजूद थे।

इस दौरान मौलाना साजिद रशीदी ने बोलते हुए कहा कि ‘अभी इस देश में सच बोलने की इजाजत है क्योंकि देश का संविधान बाकी है।’ इसी बीच सुबुही खान ने बीच में मौलाना को टोक दिया। इससे मौलाना साजिद रशीदी नाराज हो गए और झल्लाते हुए कहा कि ‘चुप रहिए मैडम, आप तो ना हिंदू और ना मुसलमान, आपसे क्या बात की जाए।’ मौलाना के इस बयान पर एंकर ने आपत्ति जतायी।

एंकर ने कहा कि ‘इस डिबेट में धर्म विषय नहीं हो रहा है।’ इससे नाराज मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि ‘ये डुगडुगी बजाने वाले जो बिठाते हो, बंदरिया नचाने वाले बिठाते हो, इन्हें देश समझ गया है।’ मौलाना के इतना कहते ही हंगामा हो गया और एंकर ने पैनलिस्ट के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने वाले मौलाना को आड़े हाथों ले लिया।

हालांकि मौलाना साजिद रशीदी यहीं नहीं रुके और सुबुही खान की आलोचना करते हुए बोले कि ‘जो इंसान मुसलमान होकर मुसलमानों का नहीं है, वो हिंदुओं का कैसे हो सकता है।’

बता दें कि इसी डिबेट के दौरान मौलाना साजिद रशीदी ने भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया को घेरते हुए अर्थव्यवस्था और चीनी घुसपैठ का मुद्दा उठाया था। मौलान रशीदी ने कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था बांग्लादेश से भी पिछड़ गई है।

एंकर द्वारा बार बार शांत कराए जाने के बाद भी जब मौलाना नहीं शांत हुए तो एंकर ने उनसे जीडीपी, पीएलए और एलएसी की फुल फॉर्म पूछ ली। इस पर मौलाना भड़क गए और कहने लगे कि आप मेरे प्रोफेसर नहीं हैं।