रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। बजरंग पूनिया ने खुद ही इस बात की जानकारी दी थी, उनकी तरफ से कहा गया था कि दोनों कांग्रेस में शामिल होंगे। अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने के बाद हरियाणा इकाई ने दोनों ही दिग्गजों को पार्टी की सदस्यता दिलवा दी है।

हरियाणा चुनाव: विनेश के कांग्रेस में जाने के मायने

हरियाणा चुनाव को देखते हुए इसे एक बड़ा अपडेट माना जा रहा है। एक तरफ अगर विनेश फोगाट अपने ओलंपिक खेल की वजह से चर्चा में हैं तो वही बजरंग पूनिया भी बृजभूषण के खिलाफ सड़कों पर उतर खबरों में रहे हैं। अब दोनों ही रेसलरों ने देश की सबसे पुरानी पार्टी का दामन थाम लिया है। हरियाणा में वैसे भी रेसलरों की भूमिका अहम रही है, खिलाड़ियों की भूमि भी इसे माना जाता है। ऐसे में कांग्रेस दोनों ही दिग्गजों को चुनावी मैदान में उतार बड़ा दांव चल सकती है।

इस बारे में कांग्रेस नेता केवल ढिंगड़ा ने भी एक बयान में कहा था कि मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने के बाद दोनों नेताओं को सदस्यता दिलवाई जाएगी। केंद्र और बीजेपी लगातार बृजभूषण शरण सिंह के साथ खड़ी रही। अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को अपमानित किया गया, उन्हें टॉर्चर किया गया। अब वे चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यह फैसला सेंट्रल लीडरशिप लेगी, पैमाना वही रहेगा- कौन जीत सकता है।

विनेश और बजरंग के आने से हरियाणा में कांग्रेस को कितना फायदा?

Haryana Election: कहां से लड़ेंगी विनेश?

ऐसी खबर है कि कांग्रेस जुलाना विधानसभा सीट से विनेश फोगाट को उतार सकती है, पार्टी के अंदर इसे लेकर मंथन भी जारी है। असल में हरियाणा की इस सीट पर कांग्रेस पार्टी को पिछले तीन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। साल 2019 में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी धर्मेंद्र सिंह धूल को सिर्फ 9.84% वोट हासिल हुए थे। यहां उनसे ऊपर जेजेपी और भाजपा के उम्मीदवार थे। अब कांग्रेस को हारी हुई बाजी को पलटना है और इसमें विनेश का चेहरा काम आ सकता है।

हरियाणा में कांग्रेस-आप में गठबंधन

वैसे एक तरफ कांग्रेस इन दो दिग्गजों को पार्टी में शामिल कर रही है, दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के साथ भी उसका गठबंधन लगभग तय माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि शाम को पांच बजे तक इस गठबंधन को लेकर भी कोई ऐलान हो सकता है। पांच से सात सीटों पर आम आदमी पार्टी को सहमत किया जा सकता है। खबर तो यह भी है कि कांग्रेस शहरी सीटों को आम आदमी पार्टी के लिए छोड़ सकती है।