सोशल मीडिया पर पेड़ से बंधी दो महिलाओं का एक वीडियो काफी वायरल है। यह मामला ओडिशा के बालासोर जिले का है। जहां पुलिस ने शुक्रवार को दो क्रॉस-एफआईआर दर्ज कीं हैं। वीडियो में कथित तौर पर लोगों के एक समूह को दो आदिवासी महिलाओं को एक पेड़ से बांधते हुए और उन पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो ओडिशा कांग्रेस के नेता अमिया पांडव ने एक्स पर साझा किया है। 

वीडियो में क्या है? 

वीडियो में एक शख्स दिखाई दे रहा है। जिसकी पहचान अभी नहीं की गई है। वह महिलाओं पर आदिवासियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा रहा है। बालासोर जिले के नीलगिरी क्षेत्र के बादल कुमार पांडा की शिकायत के आधार दोनों महिलाओं पर ओडिशा के फ़्रीडम ऑफ रिलीजन एक्ट,1967 की धारा 4 और 299  (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से किसी धर्म का अपमान) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (Prevention of Atrocities) अधिनियम, 1989 और बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत 10-15 लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।

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पुलिस को दी गई शिकायत में क्या है?

पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में बादल कुमार पांडा ने दावा किया है कि महिलाएं छनखानपुर गांव में एक व्यक्ति को उसके घर में धमकाकर जबरन ईसाई धर्म में परिवर्तित कर रही थीं। हालांकि पांडा ने दावा किया कि दोनों महिलाएं उसकी परिचित हैं।

एक अलग पुलिस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि महिलाओं पर अत्याचार किया गया, उन्हें पेड़ से बांधकर प्रताड़ित किया गया। कांग्रेस नेता अमिय पांडव ने घटना की निंदा की और कहा कि भाजपा सांसद प्रताप सारंगी के निर्वाचन क्षेत्र में अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस की ओर से सांसद से प्रतिक्रिया के लिए किए गए कॉल और टेक्स्ट संदेशों का कोई जवाब नहीं मिला है।