उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर अंकुश लगाने के लिए नये कानून लाना ही समाधान नहीं है बल्कि ‘राजनीतिक ईच्छा शक्ति’ और ‘प्रशासनिक कौशल’ इस सामाजिक बुराई के खात्मे के लिए जरूरी है। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने बिना नाम लिए राहुल गांधी को नसीहत भी दे डाली कि वह देश का नाम बदनाम ना करें। सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिर्विसटी के 16 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को धर्म या राजनीति के चश्मे से देखऐ से कहीं ऐसा न हो जाए कि मूल वजह दब जाए। उन्होंने कहा, ‘‘ इससे भारत की बदनामी हो रही है। कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि भारत इसकी-उसकी राजधानी बन रही है। मैं उसमें नहीं पड़ना चाहता…लेकिन हमें अपने देश को नीचा नहीं दिखाना चाहिए और अत्याचार के ऐसे मामलों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
वहीं सोशल मीडिया पर उपराष्ट्रपति के इस बयान पर यूजर्स ने पीएम मोदी की एक पुरानी वीडियो शेयर की, जिसमें वह दिल्ली में बढ़ती बलात्कार की घटनाओं के लिए दिल्ली सरकार पर निशाना साधते दिखाई दे रहे हैं। पीएम ने कहा कि दिल्ली रेप कैपिटल बन रही है और इससे दुनिया में देश की बदनामी हो रही है।
No Somebody….It is Modi ji…. pic.twitter.com/7faklR95Qa
— रो. म. कदम (@RMK_Speaks) December 8, 2019
उपराष्ट्रपति ने कहा कि, “हम निर्भया पर कानून लाए। क्या हुआ? क्या समस्या का हल हो गया? मैं कोई विधेयक या नया कानून लाये जाने के विरूद्ध नहीं हूं लेकिन जो मैं सदैव महसूस करता हूं वह यह है कि इस सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए राजनीतिक ईच्छाशक्ति एवं प्रशासनिक कौशल जरूरी है। मानसिकता में बदलाव समय की मांग की है और हमें अपने जड़ों और संस्कृति की ओर लौटना चाहिए।”
उन्नाव और हैदराबाद की हाल की घटनाओं का जिक्र करते हुए नायडू ने कहा, ‘‘भारतीय संस्कृति में हम महिला को मां और बहन के रूप में लेते हैं। लेकिन कुछ हिस्सों में हाल के दिनों में जो कुछ हुआ है, वाकई शर्मनाक है और हमारे लिए चुनौती है। हमें यह सुनिश्चित करने के लिए संकल्प लेना चाहिए कि इस प्रकार के भेदभाव और अत्याचार तत्काल रूके।’’ बता दें कि हाल ही में हैदराबाद में एक वेटरनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या का मामला सामने आया था। इसके अलावा उन्नाव में भी एक युवती को जिंदा जलाने की वीभत्स घटना सामने आयी है।
(भाषा इनपुट के साथ)