ओडिशा के कटक में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान दो समूहों के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद तनाव का माहौल है। झड़प और आगजनी में कई वाहनों को नुकसान पहुंचा है। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी हालात पर नजर रख रहे हैं।
हिंसा के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने छह अक्टूबर को शहर में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है।
डीसीपी, कलेक्टर का ट्रांसफर करने की मांग
विहिप ने इस मामले में प्रशासनिक विफलता का आरोप लगाया और डीसीपी तथा जिले के कलेक्टर का तत्काल ट्रांसफर करने की मांग की।
बरेली में दहशत, घरों में लटके ताले, परिवार भयभीत, जानें हिंसा के बाद कैसे हैं हालात
विहिप का कहना है कि बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद प्रशासन शांतिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित करने में विफल रहा। बीजू जनता दल (बीजद) ने हिंसा के लिए असामाजिक तत्वों को दोषी ठहराया और कहा कि उन्होंने सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने का प्रयास किया।
इंटरनेट सेवाओं पर लगी रोक
हालात को देखते हुए ओडिशा सरकार ने कटक शहर के बड़े हिस्से में इंटरनेट और सोशल मीडिया सेवाओं पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य सरकार ने कहा है कि यह प्रतिबंध मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट सहित सभी ऑनलाइन मैसेजिंग सेवाओं पर लागू होगा।
तेज संगीत बजाने पर विवाद
पुलिस के अनुसार, शनिवार देर रात 1.30 से 2 बजे के बीच दाराघाबाजार क्षेत्र में हाथी पोखरी के पास झड़प उस समय हुई, जब प्रतिमा विसर्जन यात्रा निकल रही थी। स्थानीय लोगों के एक समूह ने जुलूस के दौरान तेज संगीत बजाने पर आपत्ति जताई। यह बहस टकराव में बदल गई और भीड़ ने छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं, जिससे कटक के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) खिलारी ऋषिकेश ज्ञानदेव समेत कई लोग घायल हो गए।
लेह हिंसा के बाद लद्दाख से पर्यटकों ने मुंह फेरा, फंसे रह गए कई टूरिस्टों की जान सांसत में
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। झड़प के दौरान कई वाहन और सड़क किनारे लगे ठेलों को भी नुकसान पहुंचा। विसर्जन का कार्यक्रम लगभग तीन घंटे के लिए रोक दिया गया क्योंकि पूजा समिति के सदस्यों ने झड़प में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
भारी सुरक्षा के बीच प्रतिमा विसर्जन का कार्यक्रम फिर से शुरू हुआ और रविवार सुबह साढ़े नौ बजे तक शेष सभी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। पुलिस के अनुसार, अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सीसीटीवी फुटेज, ड्रोन से लिए गए दृश्यों और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर अन्य लोगों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया और अधिकारियों को घायल लोगों को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।