Vallabh Ozarkar, Alok Deshpande
Eknath Shinde: महाराष्ट्र सरकार वेदांता समूह और फॉक्सकॉन के डिस्प्ले फैब्रिकेशन और सेमीकंडक्टर यूनिट गुजरात में शिफ्ट होने को लेकर विपक्ष के निशाने पर है। विपक्ष ने निशाना साधते हुए कहा कि एकनाथ शिंदे सरकार ने राज्य में 1.5 लाख करोड़ रुपये की परियोजना को गंवा दिया है।
इस बीच एकनाथ शिंदे ने इस प्रोजेक्ट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर भी बात की लेकिन दोनों के बीच यह बात उस दौरान हुई जब गुजरात में वेदांता-फॉक्सकॉन ने यूनिट के लिए अपना काम शुरू कर दिया है। फिलहाल फोन पर शिंदे को पीएम मोदी की तरफ से आश्वासन मिला है कि केंद्र महाराष्ट्र में बड़ी परियोजनाओं को लाने में मदद करेगा।
शिंदे ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, “हमारी सरकार को अभी सिर्फ डेढ़ महीने ही हुए हैं। जैसे ही हम सत्ता में आए, राज्य के उप मुख्यमंत्री (देवेंद्र) फडणवीस और मैंने फॉक्सकॉन-वेदांता के साथ बैठकें कीं। हमने उनसे आग्रह भी किया और उन्हें 39 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी देने की भी पेशकश की।
उन्होंने कहा कि ऐसी परियोजनाएं एक या दो महीने में हाथ से नहीं जाती हैं। इसके लिए कंपनी ने पहले से ही अपना मन बना लिया था। उन्हें लगा होगा कि पिछली एमवीए सरकार उनकी मदद नहीं करेगी। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि महाराष्ट्र में सरकार बदल जाएगी। गुजरात में यूनिट लगाने का फैसला वो पहले ही कर चुके थे, इसलिए उन्होंने गुजरात के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए।
शिंदे ने कहा, “फिलहाल कंपनी की तरफ से अब ट्वीट कर कहा गया है कि वे भविष्य में राज्य में अपना विस्तार करेंगे। यहां वे आईफोन और टीवी उपकरणों के लिए मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहते हैं। यह भी अपने आप में बड़ी चीज है। हम इसका स्वागत करते हैं।”
शिंदे ने पीएम मोदी से हुई बातचीत को लेकर कहा, “मैंने पीएम मोदी जी से महाराष्ट्र में उद्योगों को बढ़ावा देने की जरूरत को लेकर निवेदन किया है क्योंकि यहां गुंजाइश, बुनियादी ढांचा के साथ क्षमता भी है। उन्होंने वादा किया है कि केंद्र राज्य में उद्योगों को बल देने के लिए सब कुछ करेगा और राज्य में बड़ी परियोजनाओं को लाने में मदद करेगा।”
बता दें कि सात साल से अधिक समय पहले, महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली तत्कालीन भाजपा-शिवसेना सरकार ने सबसे पहले फॉक्सकॉन द्वारा राज्य में निवेश करने की योजना की घोषणा की थी। महाराष्ट्र सरकार और फॉक्सकॉन के बीच 8 अगस्त, 2015 को पुणे के पास तालेगांव में 5 अरब डॉलर की सेमीकंडक्टर सुविधा की योजना के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।
महाराष्ट्र सरकार और फॉक्सकॉन के बीच 8 अगस्त, 2015 को पुणे के पास तालेगांव में 5 अरब डॉलर की सेमीकंडक्टर यूनिट को लेकर एक समझौते पर साइन हुए थे। हालांकि 2019 में विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना और भाजपा के अलग होने के बाद फडणवीस सीएम नहीं बन सके और यह परियोजना भी शुरू नहीं हो पाई।
जानकारी के मुताबिक वेदांता और फॉक्सकॉन के अधिकारियों ने लगभग दो महीने में गुजरात सरकार के साथ छह दौर की बैठकें कीं। इसमें दो बार मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी शामिल रहे।