Varun Gandhi Selfie With Maneka Gandhi: नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के दौरान कई सांसद नए लोकसभा भवन की तस्वीरें और वीडियो लेते देखे गए। इस दौरान कुछ लोग एक-दूसरे के साथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सेल्फी भी क्लिक कर रहे थे। वहीं, बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने नए संसद भवन से अपनी मां मेनका गांधी के साथ दो खूबसूरत सेल्फी साझा की हैं।

भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “हमारे नए संसदीय परिसर के उद्घाटन के इस ऐतिहासिक अवसर पर, मैंने वर्तमान लोकसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य से एक साथ सेल्फी लेने का अनुरोध किया।” वरुण गांधी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से सांसद हैं और उनकी मां सुल्तानपुर का प्रतिनिधित्व करती हैं।

पार्टी लाइन से हटकर रहे दानिश अली, नहीं हुए शामिल

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सभी सांसद नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल हुए। वहीं पार्टी के अमरोहा के सांसद कुंवर दानिश अली दूर रहे। सूत्रों ने कहा कि विपक्षी दलों की तरह उनका भी मानना था कि नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए था। पता यह भी चला है कि उनकी पार्टी ने उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मनाया था, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़े रहे। उन्होंने यह कहते हुए एक ट्वीट भी किया, “जय संविधान! जय भीम!

यह पहली बार नहीं है कि अली ने पार्टी लाइन से हटकर अपने निजी विचार रखे। कुछ दिन पहले उन्होंने एक ट्वीट कर कहा था कि देश में विपक्षी एकता की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा है। नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशों को आमंत्रित किया गया था।

वरुण गांधी पंडित जवाहर लाल नेहरू की कर चुके तारीफ

केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बगावती रुख अपनाने वाले वरुण गांधी ने हाल ही में जवाहर लाल नेहरू की जमकर तारीफ की थी। गांधी ने कहा था कि मेरे परनाना ने अपने आलोचक को ही स्पीकर बना दिया था। स्प्रिंगडेल कॉलेज में आयोजित युवा उत्सव कार्यक्रम के मंच से उन्होंने नए संसद भवन निर्माण पर अपनी ही सरकार को आईना दिखाया था। बीजेपी सांसद ने सुझाव दिया कि टैक्स का पैसा शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर खर्च होना चाहिए. वरुण गांधी ने कहा कि पंडित नेहरू के नाम से आपकी संस्था है। नेहरू मेरे परनाना थे। मैं पंडित नेहरू की कहानी बताना चाहता हूं।

वरुण गांधी ने कहा, ‘1947 में पहली बार लोकसभा का गठन हुआ था। मावलंकर लोकसभा के अध्यक्ष बनाए गए। कुछ समय बाद मावलंकर का निधन हो गया। नेहरू ने सरदार हुकुम सिंह को लोकसभा अध्यक्ष बनाने का फैसला किया। सरदार हुकुम सिंह फैसला सुनकर चौंक गए। पंडित नेहरू के पास जाकर उन्होंने कहा कि छह महीना पहला लोकसभा में आपको चीटर कहा था। आलोचना के बावजूद आपने मुझे लोकसभा का अध्यक्ष बना दिया।