भारतीय जनता पार्टी से सांसद वरुण गांधी ने भारत के पहले प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता जवाहरलाल नेहरू की तारीफ की। यूथ कॉनक्लेव में उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि नेहरू धनी परिवार से थे, राजा की तरह जिए और पीएम बन गए। लोग भूल जाते हैं कि नेहरू 15 साल जेल में रहे। वरुण ने कहा, ‘अगर कोई मुझसे कहे कि आप 15 साल जेल में रहिए और बाहर निकलने पर आपको प्रधानमंत्री बना देंगे, तो मैं कहूंगा कि मुझे बक्श दो। यह इतना आसान नहीं है। युवा होने पर जेल में रहने का मतलब होता है खुद की जान, अपने परिवार की परवाह ना करते हुए काम करना।’
वरुण ने कहा कि 82 प्रतिशत नेता राजनीतिक घराने से हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि राजनीति में नए चेहरे आने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मेरा नाम फिरोज वरुण गांधी है। लेकिन अगर मेरा नाम फिरोज वरुण अहमद, तिवारी, सिंह या फिर प्रसाद होता तो फिर इतने लोग मुझे सुनने के लिए नहीं आते।’ इसके साथ ही वरुण ने बोलने की आजादी पर मंडारा रहे खतरे का भी जिक्र किया।
वरुण ने बिना नाम लिए छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सलियों से निपटने के लिए अपनाई जा रही नीति का भी विरोध किया। उन्होंने कहा, जिस दिन सलमान खान के हिट ऐंड रन केस का फैसला आया था, उसी दिन बस्तर की कोर्ट ने एक लड़की को माफी मांगते हुए बाइज्जत बरी किया था। यह लड़की 9 साल पहले नक्सली होने के आरोप में पकड़ी गई थी। उसका 16 लोगों ने बर्बरता से रेप किया था, लेकिन यह खबर कहीं नहीं आई। इसके अलावा वरुण ने कहा कि जब संसद में आउडी, बीएमडब्लू, मर्सिडीज से आने वाले सांसद वेतन बढ़ाने के लिए चिल्लाते हैं तो शर्म आती है। वहीं वरुण ने मनरेगा की भी तारीफ की। गौरतलब हो कि मनरेगा को चुनावी जनसभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फेल बताया था।
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