उत्तर प्रदेश के मथुरा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने अपने गोद लिए गए गांव में विकास नहीं होने की बात को स्वीकार किया है। भाजपा सांसद रविवार को आगरा के अपने गोद लिए रावल गांव पहुंची थीं। हेमा मालिनी ने कहा कि गांव को गोद लेने के 5 साल बाद ही यहां विकास कार्य नहीं हो पाया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार गांव में विकास की कमी के पीछे भाजपा सांसद ने फंड के अभाव के साथ ही संबंधित विभागों में तालमेल की कमी को प्रमुख कारण बताया। हेमा का कहना है कि वह गांव के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में गांव में विकास कार्यों के लिए 4 करोड़ रुपये का फंड आवंटित किया गया है।
भाजपा सांसद ने कहा कि इन पैसों से गांव में सड़क निर्माण के साथ ही वाटर टैंक्स, सामुदायिक केंद्र और स्वास्थ्य केंद्रों समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं में सुधार किया गया है। वहीं, स्थानीय निवासियों का कहना है कि यहां डॉक्टरों की कमी है। लोगों के अनुसार स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में सिर्फ एक डॉक्टर है जो सप्ताह में एक बार ही आता है।
लोगों की इस शिकायत पर हेमा मालिनी ने कहा कि डॉक्टर के विजिट को बढ़ाना सुनिश्चित किया जाएगा जिससे कि लोगों को बेहतर इलाज मिल सके। खबर के अनुसार हेमा ने कहा कि यहां 18 लाख की लागत से आरओ वाटर प्लांट लगवाया गया लेकिन गांव के लोग इसका इस्तेमाल नहीं करते हैं।
हेमा मालिनी यहां एक निर्माणाधीन स्कूल भी पहुंची और उन्होंने इस स्कूल के जल्द चालू होने की उम्मीद व्यक्त की। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि स्कूल के संबंध में सभी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है। हालांकि, निर्माण कार्य ही अभी देरी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल में पंखे, फर्नीचर आदि मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना उनकी जिम्मेदारी है।
भाजपा सांसद ने कहा कि हाल ही में मंदिर के पास ही कुंड बनवाया गया है। अभी सड़क और पार्क बनाने की भी योजना है। उन्होंने कहा कि मंदिर को जाने वाले रास्ते के दोनों तरफ सौंदर्यीकरण कराना मेरा सपना है लेकिन वह पूरा नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग ऐसा करने नहीं देते।