उत्तराखंड के उत्तरकाशी में धराली गांव में बादल फटने से बड़ी त्रासदी आई है। धराली गांव की खीरगंगा में मंगलवार को अचानक बादल फट गया। इसके बाद आई बाढ़ ने भयंकर तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा में 100 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं और कई लोगों की मौत हुई है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम राहत बचाव कार्य में जुटी हुई है। भारतीय सेना के भी जवान राहत बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर दुख जताया और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है। दिल्ली से भी टीमें भेजी गई हैं।  Dharali Uttarkashi Cloudburst Viral video

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कहां बसा है धराली गांव?

धराली उत्तरकाशी के हर्षिल घाटी का ही हिस्सा है। वहीं जो भी यात्री गंगोत्री जाते हैं, उनके लिए यह एक अहम बाजार है। धराली समुद्र तल से 9005 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यहां की प्राकृतिक सुंदरता लोगों का मन मोह लेती है। यानी हम कह सकते हैं धराली हर्षिल और गंगोत्री के बीच में स्थित है। वहीं उत्तरकाशी से धराली की दूरी करीब 80 किलोमीटर है जबकि हर्षिल से 7 किलोमीटर दूर है।

धराली में कई बड़े होटल भी हैं और होमस्टे की भी संख्या अच्छी खासी है। हालांकि बाढ़ के चलते कई होटल पूरी तरह से बह गए। चश्मदीद के अनुसार धराली का पूरा बाजार ही खत्म हो गया है। धराली गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यहां पर काफी खूबसूरत वादियां भी हैं, जहां पर आदमी चैन से रह सकता है।

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पर्यटकों के लिए शानदार डेस्टिनेशन

धराली में अच्छी खासी बर्फबारी भी होती है। यहां पर झील और झरने भी हैं। धराली पर्यटकों के लिए अच्छा डेस्टिनेशन भी माना जाता है। गर्मियों में भी यहां का तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस के नीचे ही रहता है।

कल्प केदार मंदिर काफी फेमस

धराली गांव में स्थित कल्प केदार मंदिर काफी फेमस है और यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। कल्प केदार मंदिर के आसपास कई सारे होटल और होमस्टे हैं, जहां पर चारधाम यात्री भी रुकते हैं और मंदिर में दर्शन करने भी जाते हैं। एक तरीके से मंदिर के कारण वहां की इकोनॉमी भी चलती है।