उत्तराखंड की राजधानी देहारादून के जाखन गांव में लैंडस्लाइड से कई मकान ध्वस्त हो गए जबकि करीब 10 मकान खतरे की जद में आ गए हैं। SDRF की टीम मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।
लैंड स्लाइड के चलते जाखन गांव बुधवार को आपदा की चपेट में आ गया। देहरादून जिला मुख्यालय से करीब 65 किमी दूर दुर्गम पर्वतीय क्षेत्र स्थित इस गांव के ऊपर की तरफ से गुजर रही सड़क पर बुधवार सुबह शुरू हुआ भूधंसाव देखते ही देखते ग्रामीणों के घरों तक पहुंच गया। इलाके में 10 आवासीय भवन धराशायी हो गए और 10 चौड़ी दरारें आने के कारण क्षतिग्रस्त हो गए।
15 घर और 7 गौशालाएं नष्ट
देहरादून जिले की विकासनगर तहसील के लांघा जाखन गांव में लैंड स्लाइड के कारण 15 घर और 7 गौशालाएं पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। घटना के दौरान किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। सभी प्रभावित लोगों को पचता गांव के एक स्कूल में बनाए गए राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। भूस्खलन के कारण सड़कें भी धंस गई हैं।
रेस्क्यू के लिए पहुंची SDRF टीम
लैंडस्लाइड की सूचना मिलने पर विकासनगर विधायक मुन्ना चौहान, डीएम सोनिका, और डीआईजी दलीप सिंह कुंवर जाखन गांव पहुंचे। विधायक ने ग्रामीणों को हर संभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन देने के साथ ही त्वरित सहायता मुहैया कराई। सूचना मिलने पर में SDRF टीम रेस्क्यू उपकरणों के साथ तत्काल घटनास्थल पर पहुंची।
घटनास्थल पर पहुंचकर एसडीआरएफ टीम ने देखा गया कि जमीन धंसने से लगभग 15 मकान प्रभावित हुए हैं। हालांकि, गांव के सभी लोग समय से बाहर निकल गए थे, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। फिलहाल एसडीआरएफ टीम और स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर मौजूद है। गांव वासियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है।
जाखन गांव को खाली करा दिया
जाखन गांव में बीते सोमवार को भी भूस्खलन हुआ था तब गांव के नीचे से भूस्खलन हुआ था। वहीं, बुधवार को गांव के ऊपर से गुजर रही सड़क धंस गई, जिससे पहाड़ से मलबा आना शुरू हो गया। इस पर सड़क के धंसाव वाले हिस्से के ठीक नीचे बने मकानों में रहने वाले लोगों ने सुरक्षित जगहों पर शरण ली। देहरादून की डीएम सोनिका ने बताया, लैंडस्लाइड के चलते खतरे की जद में आए जाखन गांव को खाली करा दिया है। राहत कार्य जारी हैं।