उत्तराखंड में लगी आग की वजह से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 2269 हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो गया है। आग राज्य के कई जिलों में फैल चुकी है। रविवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने स्थिति का जायजा लिया। गृहमंत्री ने वनों में लगी आग से पैदा स्थिति पर राज्य सरकार के मुख्य सचिव एवं अन्य अधिकरियों के साथ बातचीत की और केंद्र की ओर से सभी सहायता की पेशकश की। सिंह ने केंद्रीय अधिकारियों को वनों की आग को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार को सभी संभव सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया। गृहमंत्री ने शनिवार को राज्यपाल केके पॉल से बात करके राज्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली थी।
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वायुसेना के एक एमआई 17 हेलीकॉप्टर ने वनों की आग पर काबू पाने के लिए नैनीताल में वनों पर पानी छिड़कना शुरू किया है। वनों की आग की वजह से सात लोग मर गए हैं। यह आग कम घनी आबादी वाले सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों में फैली है। पौड़ी, नैनीताल, रूद्रप्रयाग और टेहरी सबसे अधिक प्रभावित जिलों में शामिल हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि केंद्र वनों की आग को गंभीरता से ले रहा है और उसे नियंत्रित करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी बड़ी आगों की वजहों का अध्ययन करेगी और फिर कार्ययोजना बनाएगी।
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उत्तराखंड के जंगलों में बेकाबू होती आग पर काबू पाने के लिए सेना भी लगी हुई है। साथ ही एनडीआरएफ की 11 टीमें आग बुझाने की कोशिश कर रही हैं। इसके अलावा आइटीबीपी के जवान भी आग बुझाने में लगे हुए हैं। प्रशासन का कहना है कि जंगलों में भड़की आग रविवार को नियंत्रण में आ रही है। हालांकि पौड़ी तथा अन्य कई जिलों में आग की लपटें अब भी दिखाई दे रही हैं। हेलिकॉप्टर की मदद से आग बुझाने का प्रयास राज्य सरकार की ओर से जारी है हालांकि बताया गया है कि इलाकों में घना धुआं होने की वजह से काम में दिक्कत आ रही है।
प्रदेश के मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार से मदद को मिले एमआई-17 हेलिकॉप्टर ने सुबह नैनीताल जिले के किलबरी के जंगलों में भड़की आग बुझाने का प्रयास किया। हांलांकि, कुछ कारणों से बाकी जगहों पर आग बुझाने के लिये हेलीकॉप्टर घोडाखाल से उड़ान नहीं भर पाये।
अतिरिक्त मुख्य सचिव, वन, एस रामास्वामी ने बताया कि केंद्र और राज्य के राहतकर्मी और 6000 से अधिक वनकर्मी सेना के जवानों की मदद से जंगलों में लगी आग बुझाने के कार्य में जुटे हैं। हालांकि, रामास्वामी ने कहा कि सुबह से कई स्थानों पर जंगलों में लगी आग की वजह से इलाकों में घना धुआं छाया हुआ है, जिसकी वजह से आग बुझाने के काम में दिक्कत आ रही है।