उत्तराखंड में राजनीतिक उठापटक के बीच मंगलवार को दो कांग्रेस विधायकों ने कहा कि उन्हें भाजपा की ओर से 50 करोड़ रुपये का ऑफर मिला था। भाजपा नेता सतपाल महाराज के करीब राजेंद्र भंडारी और जीत राम ने कहा कि उन्हें भाजपा के पक्ष में आने के लिए 50 करोड़ रुपये, विधानसभा चुनावों में परिवार के सदस्य को टिकट और राज्यसभा सीट ऑफर की गई थी। सतपाल महाराज से करीबी के बारे में उन्होंने कहा कि उनसे निजी रिश्ते हैं।
इस तरह कह अटकलें थीं कि इन दोनों विधायकों के साथ ही डिप्टी स्पीकर अनुसूया प्रसाद मैखूरी भी भाजपा के साथ जा सकते हैं। इसके चलते बागियों की संख्या 9 से बढ़कर 12 हो सकती है। हालांकि दोनों विधायकों ने इन अफवाहों को नकार दिया और कहा कि वे कांग्रेस के साथ हैं और रहेंगे। बद्रीनाथ से विधायक भंडारी ने बताया कि राज्य में राजनीतिक संकट शुरू होने के बाद से ही कई कांग्रेसी विधायकों को पैसे ऑफर किए गए थे। रकम मामले के बाद बढ़ती ही जा रही थी। उन्होंने कहा,’ऑफर ढाई करोड़ से शुरू हुआ जो 5, 10 होता हुआ 50 करोड़ तक पहुंच गया। हमें सतपाल महाराज के करीबी जरूर हैं लेकिन हमें कोई खरीद नहीं सकता।’
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वहीं चमोली जिले की थराली सीट से विधायक जीत राम ने कहा,’किसी भी सरकार के लिए पांचवां साल सबसे अहम होता है। विकास के कई काम अंतिम चरण में होते हैं। चुनावों से आठ महीने पहले सरकार को गिराकर भाजपा और बागियों ने जनता को विकास से महरूम कर दिया। अगले विधानसभा चुनावों में उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।’ विधायकों के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि वे आरोप साबित करें।
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