Unnao Trans Ganga City, Priyanka Gandhi-UP Police: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा यूपी के उन्नाव जिले में पुलिस की कार्यवाही के वीडियो का एक अंश विशेष ट्वीट किए जाने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें घेरा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने बताया कि प्रियंका ने उन्नाव में हिंसा कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज का एक वीडियो ट्वीट करके योगी पर गंभीर आरोप लगाए थे लेकिन जैसे ही वह पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर आया तो प्रियंका ने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया।

क्या बोले योगी सरकार के प्रवक्ता: शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि झूठ का कोई आधार नहीं होता। कांग्रेस के नेता अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उच्चतम न्यायालय में माफी मांगे जाने के बावजूद झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे। त्रिपाठी ने भी उन्नाव का पूरा वीडियो ट्विटर पर शेयर करके प्रियंका को घेरा। उन्होंने लिखा- एक तरफ़ Priyanka Gandhi जी का कथित अधमरा भागा, दूसरी तरफ़ AC कमरों में बैठ ट्विटर के सहारे सियासत करने वाले ट्वीट डिलीट करके भागे। सुना था झूठ के पांव नहीं होते, पर प्रियंका जी के झूठ के भागते हुए पांव सबको दिख रहे। जय हो झूठों के सरदार, सुप्रीम कोर्ट में माफ़ी मांग के भी ना सुधरे।

क्या है मामला: गौरतलब है कि उन्नाव में ट्रांस गंगा सिटी परियोजना के लिए ली गई जमीन के मुआवजे को लेकर हंगामा कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। प्रियंका ने इस मामले में राज्य सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया था और घटना का एक वीडियो भी शेयर किया था। जिसमें एक किसान अधमरी हालत में जमीन पर पड़ा था और पुलिसकर्मी उसे डंडे भी मार रहे थे। हालांकि बाद में सोशल मीडिया पर आए उस पूरे वीडियो में जमीन पर पड़ा आदमी बाद में उठ कर भागता हुआ नजर आया।

 

पुलिस का बयान: उन्नाव के पुलिस अधीक्षक एमपी वर्मा ने बताया कि हमने जमीन पर गिरे हुए उस व्यक्ति का वीडियो पूरा वीडियो शेयर किया। पहले इसी वीडियो के एक अंश को बड़े पैमाने पर वायरल किया गया था जिसमें वह व्यक्ति अधमरा पड़ा दिखाई दे रहा था लेकिन सच्चाई यह थी कि वह अधमरे होने का नाटक कर रहा था।