ज्ञानपुर के पूर्व विधायक विजय मिश्रा की शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट में रंगदारी के मामले में पेशी हुई। पेशी के बाद पूर्व विधायक ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए, साथ ही उन्होंने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और डीजी पर भी आरोप लगाए। विजय मिश्रा ने कहा कि एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार व ज्ञानपुर भदोही के पूर्व एसपी समेत कुछ अन्य अधिकारी उनको फंसा कर आतंकवादी घोषित करना चाहते हैं।
विजय मिश्रा पेशी के लिए कोर्ट पहुंचे थे। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने पूछा कि किस मामले में वे कोर्ट आए थे। विजय मिश्रा इस सवाल पर भड़क गए और बोले, “पता नहीं अभी कितने मामलों में पेशी के लिए आना होगा। न जाने कितने मामले लिखे जाएंगे, जब तक हमारी जान नहीं ले लेंगे।” पूर्व विधायक विजय मिश्रा मिर्जापुर में प्रथम अपर चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट में दो लाख रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में पेश हुए। हालांकि, मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान विजय मिश्रा ने आरोप लगाया कि उन्हें जानबूझकर फंसाया जा रहा है।
रंगदारी मामले में पेशी के लिए आए पूर्व विधायक ने सीएम योगी पर निशाना साधा और कहा कि क्या केवल उनका ही परिवार है और किसी का परिवार नहीं। विजय मिश्रा ने मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ को चुनौती देते हुए कहा, “सीएम ईमानदार हैं और असल गुरु के हैं तो सीबीआई जांच कराएं।”
पेट्रोप पंप से से मिली AK-47
दो दिनों पहले, पुलिस ने बाहुबली विजय मिश्रा के बेटे विष्णु की निशानदेही पर बंद पड़े पेट्रोल पंप से एके-47, पिस्टल, मैगजीन और सैकड़ों कारतूस बरामद किए थे। इसके पहले, पुलिस ने विजय मिश्रा के बेटे विष्णु को पुणे से गिरफ्तार किया था। पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया था कि विष्णु मिश्रा से पूछताछ के बीच इन सभी हथियारों से जुड़े लिंक मिले थे।
विजय मिश्रा के खिलाफ दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं और इस वक्त वह जेल में बंद हैं। वे ज्ञानपुर सीट से लगातार चार बार विधायक रह चुके हैं। तीन बार समाजवादी पार्टी और साल 2017 में निषाद पार्टी से विधायक चुने गए विजय मिश्रा साल 2022 विधानसभा चुनाव में हार गए थे।