Waqf Law Protest: वक्फ कानून को लेकर देश भर में मुस्लिम समुदाय के विरोध प्रदर्शन के बीच बीजेपी एक नई रणनीति के साथ आगे बढ़ने जा रही है। पार्टी उत्तर प्रदेश में 20 अप्रैल से वक्फ कानून को लेकर 15 दिन का जागरूकता अभियान शुरू करेगी। याद दिलाना होगा कि वक्फ कानून के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ ही कई मुस्लिम संगठनों और तमाम विपक्षी राजनीतिक दलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

वक्फ कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है और इसे रद्द करने की मांग की गई है लेकिन सरकार की ओर से भी कानून के पक्ष में ठोस और मजबूत दलीलें अदालत में रखी गई हैं। लेकिन अब बीजेपी अल्पसंख्यक बहुल इलाकों के प्रभावशाली लोगों, मदरसों के छात्रों, महिलाओं और युवाओं तक पहुंचेगी और उन्हें बताएगी कि यह कानून उनके लिए आखिर जरूरी क्यों है?

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इस अभियान को बेहतर ढंग से चलाने के लिए चार सदस्यों की एक कमेटी का भी गठन किया गया है। कमेटी में तियाम्बक त्रिपाठी, बासित अली, शिव भूषण सिंह और अखिलेश अवस्थी शामिल हैं।

लखनऊ में बुलाई बैठक, कमेटियों का होगा गठन

इसके लिए 19 अप्रैल को लखनऊ में प्रदेश के सभी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। बीजेपी इस अभियान को लेकर बेहद गंभीर है और इस मामले में क्षेत्रीय, जिला और डिवीजन लेवल पर भी अलग-अलग कमेटी का गठन किया जाएगा।

इस अभियान के तहत बीजेपी न केवल मुस्लिम धार्मिक नेताओं, विद्वानों के साथ बल्कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मदरसा प्रमुखों के साथ भी बैठक करेगी जिससे वक्फ सुधारों को लेकर सरकार का दृष्टिकोण सामने रखा जा सके।

बीजेपी के एक सीनियर नेता ने The Indian Express से कहा कि विपक्ष वक्फ कानून को लेकर गलतफहमियां फैला रहा है लेकिन इन्हें दूर किया जाएगा। पार्टी नेताओं से कहा गया है कि वे मुस्लिम समुदाय के प्रभावशाली नेताओं और बुद्धिजीवियों के बीच पहुंचें। इसके अलावा बीजेपी के महिला मोर्चा को भी प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं से मिलने और वक्फ कानून के मामले में सेमिनार और चर्चा करने के लिए कहा गया है।

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