अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को कहा कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी भारत यात्रा का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन वह इस बात से निराश हैं कि उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे। बाइडेन ने यह टिप्पणी अमेरिका में पत्रकारों के साथ बातचीत में की। यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारत और वियतनाम की अपनी यात्रा के लिए उत्सुक हैं, अमेरिकी नेता ने कहा, “हां, मैं हूं।” G20 शिखर सम्मेलन 9 सितंबर (शनिवार) से 10 सितंबर (रविवार) तक नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
उन रिपोर्टों पर टिप्पणी करते हुए कि शी शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे, बाइडेन ने कहा, “मैं निराश हूं, लेकिन मैं उनसे मिलने जा रहा हूं।” वह इस साल के अंत में होने वाले एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग मंच की बैठक के लिए सैन फ्रांसिस्को में शी से मुलाकात करेंगे। व्हाइट हाउस के अनुसार, बाइडेन के 7 सितंबर (गुरुवार) को भारत पहुंचने की उम्मीद है। आठ सितंबर को शिखर सम्मेलन से अलग उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी।
अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया समेत विश्व के शीर्ष नेता हो रहे हैं शामिल
जी20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक, जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा जैसे विश्व नेता शामिल होंगे। हालांकि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी के शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने की संभावना है।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने की नहीं आने की पुष्टि
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेने की स्थिति के बारे में जी20 के विशेष सचिव मुक्तेश परदेशी ने शुक्रवार को कहा कि भारत राष्ट्रपति शी की भागीदारी पर चीन से लिखित पुष्टि का इंतजार कर रहा है। परदेशी ने पीटीआई से कहा, “हमने अखबारों में कुछ रिपोर्टें देखी हैं। लेकिन, हम लिखित पुष्टि पर चलते हैं। और हमने (लिखित पुष्टि) नहीं देखी है। जब तक हम यह नहीं देख लेते कि मैं किसी भी तरह से कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हूं।” हालांकि चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत नहीं जाने की सोमवार को पुष्टि कर दी है।
शी जिनपिंग के नहीं आने पर प्रधानमंत्री ली कियांग करेंगे प्रतिनिधित्व
राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नहीं आने की स्थिति में वहां के प्रधान मंत्री ली कियांग (Li Qiang) चीन का प्रतिनिधित्व करेंगे। जकार्ता में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद प्रधानमंत्री ली के भारत की यात्रा करने की संभावना है। 2021 में चीनी राष्ट्रपति शी चीन के कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली नहीं गए।
परदेशी ने कहा कि जी20 जैसे शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं की भागीदारी के बारे में आमतौर पर एक राजनयिक नोट के माध्यम से बताया जाता है। उन्होंने शी की भागीदारी पर कहा, “मुझे लगता है कि इसकी प्रतीक्षा की जा रही है…हमें अधिकतर देशों से पुष्टि मिल गई हैं।”
शिखर सम्मेलन के समापन पर पीएम मोदी ब्राजील के राष्ट्रपति लूला को जी20 प्रेसीडेंसी की कमान सौंपेंगे, जिसके बाद ब्राजील 1 दिसंबर से औपचारिक रूप से जी20 प्रेसीडेंसी ग्रहण करेगा। G20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं। समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।