शिवसेना सांसद संजय राउत चाहते हैं कि UPA का नेतृत्व अब मराठा क्षत्रप शरद पवार को मिलना चाहिए। महाराष्ट्र में ठाकरे सरकार बनने के बाद सारा देश हमारी तरफ देख रहा है। कांग्रेस को अगर मजबूत करना है तो उसे UPA को मजबूत करना होगा। उसे ऐसा नेता को इसकी अगुवाई सौंपनी चाहिए जो मजबूती से मोदी और बीजेपी से लोहा ले सके।
राउत का कहना था कि शरद पवार बड़े नेता हैं और परिपक्व सोच के साथ मोदी को टक्कर दे सकते हैं। लेकिन कांग्रेस को कमजोर करके ऐसा नहीं होना चाहिए। वह देश की मुख्य विपक्षी पार्टी है। कांग्रेस बढ़ेगी तभी UPA आगे बढ़ेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को इसके लिए पहल करनी चाहिए। देश भर में जितने भी छोटे-छोटे दल हैं, उन्हें एक झंडे के तले लाकर एक ऐसा मोर्चा बनाना चाहिए जो बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सके।
राउत ने कहा कि मोदी जी को हमने हमेशा अपना नेता माना है। वह हमारे दुश्मन नहीं हैं। हमने उनके साथ कई सालों तक काम किया है। राउत के मुताबिक, पीएम के तौर पर उद्धव ठाकरे मोदी को सम्मान देते हैं। दोनों की अक्सर बात होती हैं। संसद हो या फिर कहीं और, जब भी मोदी से ठाकरे मिलते हैं, दोनों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत होती है। उनका कहना था कि वह अभी भी पीएम मोदी का व्यक्तिगत तौर पर सम्मान करते हैं।
एंटीलिया केस पर राउत ने कहा कि विपक्ष अपना काम बखूबी कर रहा है। उसे अभी कम से कम तीन साल ऐसे ही काम करना है। शिवसेना सांसद ने कहा कि एंटीलिया मामला ठाकरे सरकार के लिए चिंता का विषय नहीं है, बल्कि जांच एजेंसियों की परेशानी का सबब है। उन्हें सच को सामने लाने में मेहनत करनी पड़ रही है। एजेंसियों को अच्छे से काम करके सच को सामने लाना चाहिए।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि इससे पहले सुशांत सिंह राजपूत के मामले को लेकर भी हो हल्ला मचाया गया था, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा। उनका सवाल था कि सुशांत मामले की जांच करने वाली सीबीआई की रिपोर्ट कहां है। वह खुद उसे देखना चाहते हैं। जिस तरह से सुशांत मामले में महाराष्ट्र सरकार पर कीचड़ उछाली गई वैसा ही एंटीलिया मामले में हो रहा है।
राउत का कहना था कि जिलेटिन की छड़ें जिस गाड़ी में मिली वह अंबानी के घर से एक किमी दूर खड़ी थी। लेकिन प्रचार ऐसे हो रहा है जैसे कार अंबानी के घर के नीचे खड़ी थी। उनका कहना था कि दिल्ली में अगर ऐसी ही कार उनके निवास के सामने मिलती है तो यह नहीं कहा जाएगा कि मोदी के खिलाफ साजिश है। मोदी तो उनके घर से एक किमी दूर रहते हैं।