उत्‍तर प्रदेश में 24 साल के एक शख्‍स ने गुनाह कबूल करते हुए कहा कि उसने पिता की मौत का बदला लेने के लिए आरोपी के 12 टुकड़े कर दिए। उसने कहा कि उसके पिता की हत्‍या 12 साल पहले हुई थी। इसलिए हर एक साल के बदले आरोपी का एक टुकड़ा किया। आलम खान के पिता की 2003 में एक पारिवारिक मित्र ने ही हत्‍या कर दी थी। तब आलम खान 12 साल का था। उसने तभी कत्‍ल का बदला लेने की ठान ली थी। पिछले सप्‍ताह उसने मोहम्‍मद रइस के 12 टुकड़े कर अपना बदला पूरा कर लिया।

मोरादाबाद के कमाल ने रइस को अपने घर शराब पीने के लिए बुलाया। जब वह नशे में धुत्‍त हो गया तो कमाल ने चाकू से हत्‍या कर दी। उसने हथौड़े मार कर लाश का चेहरा भी बिगाड़ दिया और हथियारों की मदद से उसके 12 टुकड़े कर दिए। उसने अपने एक साथी के साथ मिल कर प्‍लास्टिक की थैली में लाश के टुकड़े भरे और नदी में फेंक दिया। ये टुकड़े बह कर नदी के किनारे आ गए। पुलिस ने शरीर के एक दाग के आधार पर पहचाना कि लाश मोहम्‍मद रइस की थी।

पुलिस ने छानबीन की तो कुछ लोगों ने बताया कि उन्‍होंने रइस को कमाल के घर जाते देखा था। पुलिस ने कमाल को पकड़ा तो उसने गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस के मुताबिक उसने बताया कि जब वह कमाल के टुकड़े कर रहा था तो फुल वॉल्‍यूम पर म्‍यूजिक बजा दिया था। बकौल पुलिस कमाल ने पिता के कातिल के बारे में किसी को नहीं बताया था और मन ही मन बदला लेने के सपने देखते रहता था। उसने कहा कि अब वह खुश है। पुलिस ने उसके घर से हत्‍या में इस्‍तेमाल किए गए हथियार बरामद किए हैं।