UP NIA Search Operation: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार को सीपीआई (माओवादी) नक्सलियों को पकड़ने के लिए यूपी के पांच शहरों के आठ ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। कुछ दिन पहले बलिया जिले से पुलिस ने पांच नक्सलियों को पकड़ा था। इनसे पूछताछ में पुलिस को जरूरी इनपुट मिले थे। इसी इनपुट के आधार पर पुलिस ने इनके संभावित ठिकानों पर छापामारी कर रही है। इनमें इनके घर और कार्यालय दोनों शामिल हैं। यूपी एटीएस ने पांचों कथित नक्सलियों की दस दिन की रिमांड पर ली है। इनमें एक पिता-पुत्री हैं। इनकी योजना अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए नया भर्ती अभियान चलाने की थी।

पकड़े गये सभी नक्सली प्रतिबंधित माओवादी गुट के मेंबर हैं

एनआईए की टीम मंगलवार की सुबह जिन जिलों में छापा मारी है, उनमें प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़ और देवरिया आदि शामिल हैं। एटीएस ने पांच नक्सलियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। ये पांचों नक्सली प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के प्रमुख मेंबर हैं। ये लोग एक झोपड़ी में बैठकर गोपनीय मीटिंग कर रहे थे। जांच टीम ने छापा मारने से पहले उसके आसपास के क्षेत्रों को सील कर दिया।

एनआईए नक्सलियों की फंडिंग होने और अपनी गतिविधियां फिर शुरू करने की आशंका की भी जांच कर रही है। देवरिया में पुलिस जनवादी क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव के घर पर भी छापा मारने पहुंची। वह घर पर मौजूद नहीं थे।

घोसी में सपा का प्रचार कर लौटे नेता के घर पर भी छापा

उन्होंने बाद में मीडिया को बताया कि वह एक दिन पहले ही घोसी उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी का प्रचार करके लौटे हैं। वह इससे पहले बसपा में थे। उनका बेटा राजेश चौहान कम्युनिस्ट पार्टी का नेता है। वह पिछले कुछ दिनों से एक जमीन के विवाद में आजमगढ़ में धरना दे रहा है। उन्होंने आशंका जताई कि पुलिस उनके बेटे को माओवादी करार देकर एनकाउंटर में मार सकती है।

इससे पहले उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (UP ATS) ने बलिया के सहतवार थाना क्षेत्र के बसंतपुर गांव से एक महिला नक्सली सहित पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। 15 अगस्त को हुई इस गिरफ्तारी में महिला नक्सली तारा देवी उर्फ मंजू उर्फ मनीषा, लल्लू राम उर्फ अरुण, सत्य प्रकाश वर्मा, राम मूरत व विनोद साहनी को गिरफ्तार किया गया था। बलिया के पुलिस एसपी एस आनंद ने इसकी पुष्टि की थी।