Ashish Patel Apna Dal (Sonelal): उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया हंगामा शुरू होता दिख रहा है। बीजेपी के सहयोगी दल अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष और यूपी के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने बड़ा आरोप लगाया है। पटेल ने मंगलवार को X पर पोस्ट कर लिखा- यदि सामाजिक न्याय की लड़ाई में उन्हें कुछ हुआ तो इसके लिए UP STF जिम्मेदार होगी। 15 दिन के भीतर दूसरी बार पटेल ने योगी सरकार पर सीधा हमला बोला है।
आशीष पटेल ने कहा है कि वह लौहपुरुष सरदार पटेल के वंशज हैं और डरने वालों में नहीं बल्कि लड़ने वालों में से हैं। बताना होगा कि आशीष पटेल मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं।
आशीष पटेल के इन आरोपों को लेकर सवाल खड़ा होता है कि क्या अपना दल (एस) आगे भी एनडीए में बना रहेगा?
कुछ दिन पहले भी आशीष पटेल ने आरोप लगाया था कि शिक्षकों की पदोन्नति में कथित अनियमितताओं को लेकर उनकी राजनीतिक हत्या करने की साजिश रची जा रही है। पटेल ने कहा था कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदेश देंगे तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
आशीष पटेल ने X पर कहा है कि उत्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारी एवं तत्कालीन प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा एम. देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की संस्तुति और शीर्ष स्तर पर सहमति के आधार पर हुई पदोन्नति के बावजूद उनका राजनीतिक चरित्र हनन किया जा रहा है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर सिंह को झूठ, फरेब एवं मीडिया ट्रायल का यह खेल आगे बढ़कर बन्द कराना चाहिए और अगर यह यह विभागीय पदोन्नति गलत है तो सूचना विभाग की तरफ से स्पष्टीकरण दिया जाना चाहिएI
पटेल ने कहा है कि उनके राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर विराम के लिए बतौर मंत्री उनके द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई से जांच कराई जा सकती है।
आशीष पटेल ने कुछ दिन पहले कहा था कि सामाजिक न्याय की जंग के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में अपना दल (एस) 2014 में NDA का अंग बना था। पीएम मोदी का जिस दिन आदेश होगा वह बिना एक सेकेंड देरी के मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।
क्या है यह पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी के प्राविधिक शिक्षा विभाग में लेक्चरर्स की नियुक्ति में घोटाला और घूसखोरी का आरोप लगाया जा रहा है। विधायक पल्लवी पटेल ने यह आरोप लगाए हैं। पल्लवी पटेल ने कहा है कि प्रदेश में 250 लेक्चरर्स को पदोन्नति देकर अलग-अलग पॉलिटेक्निक कॉलेज में विभागाध्यक्ष बना दिया गया। अगर डायरेक्ट भर्ती से पद भरे जाते तो पिछड़े और दलित वर्ग को रिजर्वेशन का फायदा मिलता लेकिन सीधी भर्ती के बजाय पदोन्नति करके पिछड़ा वर्ग का हक मारा गया है।
केंद्रीय मंत्री और अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने भी कुछ महीने योगी सरकार को मुश्किल में डाल दिया था। क्लिक कर पढ़िए खबर।