उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले जदयू और रालोद के विलय के बाद अब राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की चुनाव नीति की झलक देखने को मिल रही है। यूपी की दो अन्य छोटी पार्टियों पीस पार्टी और महान दल ने भी भाजपा को हराने के लिए प्रस्तावित महागठबंधन का हिस्सा बनने का एलान किया है। प्रशांत किशाेर को यूपी चुनावों के लिए कांग्रेस ने नियुक्त किया है। वे कई छोटे-छोटे दलों के साथ कांग्रेस का एक महागठबंधन बनाना चाहते हैं। महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,’हां यह सच है कि मैं दिल्ली में प्रशांत किशोर से मिला था। उन्होंने यूपी में मुझे राजनीतिक परिदृश्य पर बातचीत के लिए बुलाया था। उन्होंने हमें जदयू और रालोद की तरह विलय को कहा लेकिन हम अपनी पहचान बनाए रखना चाहते थे। जब महागठबंधन का एलान होगा तब हम उसका हिस्सा बनेंगे।’
पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ.अयूब ने बताया कि अभी विधानसभा चुनावों तक के लिए गठबंधन हुआ है। हम महागठबंधन का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं। हम भाजपा को हराने के लिए सकंल्पित हैं। पीस पार्टी की पिछड़ा मुस्लिम वर्ग में पैठ है जबकि महान दल का वोट बैंक शाक्य, कुशवाहा, सैनी और मोर्य समुदाय है। 2012 में चुनावों में पीस पार्टी ने 208 सीटों पर चुनाव लड़ा था और चार सीटें जीती थी। वहीं महान दल ने 74 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे लेकिन किसी को भी जीत नहीं मिली थी।
मोर्य ने बताया कि उन्होंने 2008 और 2014 चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। उन्होंने कहा कि वे भाजपा के खिलाफ महागठबंधन का हिस्सा बनने को तैयार हैं। 2014 में भाजपा के लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने उनसे पार्टी का भाजपा में विलय करने को कहा था। लेकिन उन्हाेंने मना कर दिया था। वहीं पीस पार्टी के अध्यक्ष अयूब पार्टी के लिए रैलियां कर रहे हैं। वे वर्तमान में खलीलाबाद सीट से विधायक हैं। उन्होंने कहा कि ओवैसी चाहें तो उनके साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सपा और बसपा को भी मिलकर लड़ना चाहिए। भाजपा को छोड़कर सभी का स्वागत है।