उत्तर प्रदेश बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसको लेकर अभी तक कुछ भी साफ नहीं हो पाया है। हालांकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी अभी तक नहीं हो पाया है। 9 सितंबर को देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाला है। माना जा रहा है कि उसके बाद ही अब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। भाजपा ने 28 राज्यों में संगठन के चुनाव संपन्न करा लिए हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए 19 राज्यों के चुनाव जरूरी हैं। हालांकि उपराष्ट्रपति के चुनाव के बाद बिहार चुनाव की घोषणा हो सकती है। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार चुनाव के बाद ही मिलेगा। वहीं यूपी बीजेपी को नया अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही मिलेगा।
कब मिलेगा बीजेपी यूपी को नया अध्यक्ष?
वहीं समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष चुना जाएगा। नेता के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल नेताओं को कह दिया गया है कि उत्तर प्रदेश में काम करिए जो निर्णय होगा पता चल जाएगा। वहीं पार्टी सभी समीकरणों को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का चुनाव करेगी।
यूपी अध्यक्ष के लिए किन नेताओं के नाम आगे?
अब बड़ा सवाल है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी किसे अपना अध्यक्ष बनाएगी? पार्टी यूपी में सभी समीकरणों को ध्यान में रखकर फैसला करेगी। लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में बीजेपी को झटका लगा तो वहीं 2027 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। माना जा रहा है कि ओबीसी वोटरों का रुझान सपा की तरफ बढ़ा है। ऐसे में पार्टी किसी कद्दावर ओबीसी नेता को प्रदेश की कमान सौंप सकती है।
हालांकि रेस में अलग-अलग जातियों के कई नाम शामिल हैं। अगर हम बात करें उत्तर प्रदेश में ओबीसी नेताओं की तो प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में मंत्री धर्मपाल सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा का नाम चल रहा है। तो वहीं अगर हम ब्राह्मण नेताओं की बात करें तो पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी और पूर्व उप मुख्यमंत्री का नाम प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चल रहा है। दलित नेताओं में राम शंकर कठेरिया और विनोद सोनकर का भी नाम प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चल रहा है।