उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की रणनीति है कि वो इस चुनाव दलित वोटों को अधिक से अधिक अपने साथ लाये। इसी को लेकर पार्टी आलाकमान पार्टी कार्यकर्ताओं को दलितों के साथ जुड़ने की बात कर रही है। बता दें कि यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सलाह दी है कि वो दलितों के पास जायें और उनके साथ निकटता बनायें।

रविवार को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और उच्च जाति समुदायों के पार्टी कार्यकर्ताओं को स्वतंत्र देव सिंह ने सलाह देते हुए कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता दलितों के साथ चाय और खाना खाएं और उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवाद के मुद्दे पर पार्टी को वोट देने के लिए मनायें। बता दें कि स्वतंत्र देव सिंह ने यह बात ओबीसी सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन और वैश्य व्यापारी सम्मेलन में कही।

वहीं एक अन्य कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपने आस-पड़ोस और गांवों में 10 से 100 दलित परिवारों के साथ चाय पीएं और उन्हें समझाएं कि जाति, क्षेत्र और पैसे के नाम पर वोट नहीं बल्कि राष्ट्रवाद के नाम पर दें।”

इससे पहले पार्टी के ओबीसी मोर्चा द्वारा आयोजित सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में सिंह ने कहा, ”मैं आपसे अपील कर रहा हूं कि आप अपने समुदायों के बीच जाते हैं तो दलितों, शोषित और वंचित परिवारों के एक हजार से अधिक घरों में कम से कम एक बार चाय जरूर पीएं। अगर आपको वहां चाय की पेशकश की जाती है, तो इसका मतलब है कि उनके बीच आपकी छवि ठीक है।”

उन्होंने कहा कि अगर चाय के साथ खाना भी पूछा जाता है तो इससे साफ होता है कि वह परिवार भाजपा से जुड़ा हुआ है। यदि आप 10 दिनों के लिए किसी घर में जाते हैं और आपको चाय नहीं पूछी जाती है और आपको वहां से जाने के लिए कहा जाता है, तो वहां चाय की पीने की कोशिश करते रहें। आपको एक हजार बार जाना होगा। आपके दौरे से पार्टी मजबूत होगी और आप भी बड़े नेता बनेंगे।